लखनऊ: उत्तर प्रदेश की कैराना सीट से विधायक नाहिद हसन का नामांकन मंजूर कर लिया गया है। नाहिद हसन समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोकदल के कैराना विधानसभा सीट से प्रत्याशी है। नाहिद हसन के जेल जाने के बाद उनका टिकट कटने की चर्चा हो रही थी। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कैराना विधायक नाहिद मुनव्वर हसन का नामांकन समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मंजूर कर लिया गया है। इससे पहले नाहिद हसन की बहन इकरा हसन ने उनके जेल जाने को षडयंत्र बताया था।
इकरा ने दावा किया था कि बीजेपी ने नाहिद हसन पर फर्जी मुकदमे लिखवाए हैं। लेकिन 2022 के चुनाव में जनता तय कर देगी कि वह किससे साथ है। इकरा विधानसभा चुनाव में भाई नाहिद के लिए प्रचार भी करेंगी।
बीती 15 जनवरी को पुलिस ने नाहिद हसन को गिरफ्तार कर लिया था। नाहिद हसन ने गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में आत्मसर्मपण करने का प्रयास किया था। अभी नाहिद हसन जेल में बंद है। अगर नाहिद हसन को जेल से जमानत नहीं मिली, तो वह अंदर रह कर ही चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले बहन इकरा हसन ने नाहिद के लिए कैराना में प्रचार करने के लिए कहा था।
जनवरी 2018 में नाहिद हसन और उनकी मां तबस्सुम बेग पर जमीन के बैनामे में तकरीबन 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायतकर्ता कैराना के रहने वाले मोहम्मद अजीज थे। इस मामले में नौ लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। जनवरी 2020 में विधायक नाहिद हसन की जमानत याचिका खारिज करते हुए कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
नाहिद हसन पर गैंगरेप पीड़िता के परिवार को धमकाने का भी आरोप लग चुका है। गंगोह के मुहल्ला औलिया निवासी एक शख्स ने कोतवाली में तहरीर दी थी। इसमें आरोप लगाया था कि 29 जून 2018 को कैराना के विधायक नाहिद हसन ने मोबाइल पर धमकी देकर गैंगरेप से जुड़ा मुकदमा वापस लेने और जबरन समझौता करने का दबाव बना रहे। साथ ही पीड़ित परिवार को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी थी।