कोलंबो: श्रीलंका (Sri Lanka) में सोमवार से सोशल मीडिया (Social Media) पर बैन लगा दिया गया है। एक पोस्ट की वजह से देश में मुसलमान विरोधी दंगे भड़क गए हैं और इस वजह से यह फैसला लिया गया है। सरकार के फैसले के बाद देश में कई जगह फेसबुक (Facebook) और व्हाट्सएप (Whatsapp) को बैन कर दिया गया है। 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर राजधानी कोलंबो के फाइव स्टार होटल्स और चर्च पर हमले हुए थे। एक के बाद एक आठ सुसाइड ब्लास्ट हुए जिसमें 253 लोगों की मौत हो गई थी। मारे गए लोगों में 40 विदेशी नागरिक भी शामिल थे।
रविवार को श्रीलंका के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित चिलाव में एक फेसबुक पोस्ट के बाद मुसलमानों की दुकानों में तोड़-फोड़ की गई थी। यह तोड़-फोड़ गुस्साए क्रिश्चियन समुदाय के कुछ लोगों ने की थी। सुरक्षाबलों को इसके बाद हवाई फायरिंग करनी पड़ी ताकि भीड़ को तितर बितर किया जा सके। लेकिन हिंसा पड़ोस के इलाकों में भी फैल गई जहां पर मुसमलान समुदाय रहता है। इस हिंसा की वजह से उनके बिजनेस को काफी नुकसान हुआ। पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक चिलाव में रात में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
सोमवार को इसमें थोड़ी देर को ढील भी दी गई है लेकिन हिंसा को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर बैन जारी रहेगा। एक मुसलमान दुकानदार की ओर से फेसबुक पर पोस्ट लिखी गई थी। इसमें लिखा था, ‘इतना मत हंसिए, एक दिन आपको रोना पड़ेगा।’ इस पोस्ट को स्थानीय क्रिश्चियन समुदाय ने आने वाले हमले की चेतावनी समझा। इसके बाद इस व्यक्ति की दुकान में तोड़फोड़ की गई। साथ ही पास की मस्जिद में भी तोड़-फोड़ भी की गई।
सुरक्षाबलों ने मस्जिद को अपने घेरे में ले लिया और रविवार को दोपहर कर्फ्यू लगा दिया गया। मौलवियों की अहम संस्था ऑल सिलोन जमीयातुल उलेमा (एसीजेयू) की ओर से कहा गया है कि ईस्टर हमलों के बाद से ही इस बात की आशंका थी कि मुसलमानों पर शक की वजह से हमले बढ़ेंगे। श्रीलंका में हमलों को स्थानीय आतंकियों ने ही अंजाम दिया था। एसीजेयू ने अपने बयान में कहा है, ‘हम मुसलमान समुदाय से अपील करते हैं कि वे और सब्र रखें और अपने एक्शन पर सावधानी बरतें। साथ ही सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट करने से बचें।’
इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स की ओर से कहा गया है कि उन्हें टेलीकॉम रेगुलेटर की ओर से फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया साइट्स को ब्लॉक करने के आदेश मिले हैं। हमलों के बाद से ही श्रीलंका में इमरजेंसी लगी हुई है। सुरक्षाबलों और पुलिस को अधिकार दे दिए गए हैं कि संदिग्धों को लंबे समय के लिए गिरफ्तार किया जा सकता है और हिरासत में लिया जा सकता है। श्रीलंका की कुल आबादी 21 मिलियन है जिसमें से 10 प्रतिशत मुसलमान हैं और क्रिश्चियन समुदाय की आबादी करीब 7.6 प्रतिशत है।