श्रीनगर- सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे की एक जिंदा मिसाल गंदेरबल जिले के कुल्लन गुंद गांव मे देखने को मिली जहां मुसलमानों द्वारा गाँव के एक पंडित का अंतिम संस्कार किया गया ! बताया जाता है कि यह पंडित 90 के दौरान हुये झगड़े के बाद से सबसे यहाँ के क्षेत्र को छोड़ पंडित कूच कर चुके थे लेकिन यह पंडित मुस्लिम बहुल क्षेत्र मे निवास करता था !
पंडित का नाम अवतार कृष्ण, 90, था जो लोक निर्माण विभाग मे साथ काम किया और 2004 में सेवानिवृत्त हुए थे, लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। सांप्रदायिक सद्भाव के साथ अवतार कृष्ण के घर पर सभी मुस्लिम इकट्ठा हुये और उसकी अंतिम यात्रा मे भी शामिल हुये !
यहाँ के निवासियों के मुताबिक मुस्लिम बहुल गांव में यह एक ही पंडित था। उन्होंने कहा कि 1990 के दशक में आए थे और अपनी आखिरी सांस तक अपने पैतृक घर पर रुके रहे । स्थानीय लोगों ने बताया कि अवतार का स्वास्थ्य पिछले पांच साल से ठीक नहीं था और मुस्लिम पड़ोसियों उसकी देखभाल कर रहे थे।
उसकी मौत की खबर से क्षेत्र मे शौक का माहौल परसा ! पंडित के घर मे कोई नहीं था वे अकेला ही यहाँ रेहता था इसलिए क्षेत्र के मूलिम ने उसके अंतिम संस्कार कि तैयारी का समान भी जुटाया और अंतिम संस्कार कर आत्मा कि शांति हेतु प्रार्थना भी की !
पंडित का पड़ोसी मोहम्मद शेख ने बताया कि पंडित ने हमेशा हमारी खुशी और ग़म मे शामिल रहा है इसीलिए सभी लोग उसके अंतिम संस्कार मे शामिल हुये ! उन्होंने कहा कि पड़ोसी किसी भी धर्म का हो उसकी मदद करना हमारा फर्ज़ है हमारा धर्म है !
इस बीच शीर्ष पुलिस और सिविल अधिकारियों ने क्षेत्र का दौरा किया और मेडिको लीगल औपचारिकताओं के बाद पंडित शरीर को अंतिम संस्कार के लिए स्थानीय लोगों को सौंप दिया गया।
बाद में अपने स्थानीय मुस्लिम पड़ोसियों श्मशान भूमि पर अर्थी ले गए और उनकी चिता के लिए लकड़ी की व्यवस्था की है और उनका अंतिम संस्कार किया।
@जावेद अहमद