इंदौर : प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को अब आइआइएम की मदद से ट्रेंड किया जाएगा। स्कूल शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण में प्रशिक्षित करने हेतु मध्य प्रदेश सरकार और आइआइएम इंदौर छह वीडियो-आधारित मॉड्यूल विकसित कर रहे हैं। इन प्रशिक्षण मॉड्यूल का उद्देश्य कक्षा पहली से 12वीं को पढ़ाने वाले 3.07 लाख शिक्षकों को अपने समय को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने और ऑनलाइन शिक्षण से बढ़ते उनके तनाव के स्तर को नियंत्रित करने में सक्षम बनाना है।
इन वीडियो मॉड्यूल का शुभारंभ स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और आइआइएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय द्वारा ऑनलाइन मोड में सोमवार को किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी, राज्य शिक्षा केंद्र के निदेशक धनराजू एस., लोक शिक्षा की आयुक्त जयश्री कियावत और राज्य शिक्षा केंद्र के अतिरिक्त निदेशक एल मंडलोई भी उपस्थित रहे।
मंत्री परमार ने कहा कि महामारी ने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है और शिक्षा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने आइआइएम इंदौर के साथ सहयोग करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, हम स्कूल शिक्षकों के लिए ये वीडियो विकसित करने के लिए आइआइएम इंदौर टीम को धन्यवाद देते हैं, जो यह सुनिश्चित करने का प्रयास है कि महामारी से शिक्षा पर प्रभाव न पड़े। एक शिक्षक की जिम्मेदारी है हर छात्र-छात्र को एक अच्छे नागरिक के रूप में विकसित करना- जो राष्ट्र के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। इसलिए एक शिक्षक को स्वयं के प्रबंधन और समय प्रबंधन में कुशल होने, और तनाव मुक्त रहने की आवश्यकता है, ताकि वह छात्र-छात्रों को शिक्षा प्रदान करने और सिखाने में प्रभावी योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि ये वीडियो मॉड्यूल सिर्फ शिक्षकों के लिए ही नहीं, अपितु संपूर्ण समाज के लिए फायदेमंद हैं, जिससे व्यक्ति को व्यक्तिगत और व्यावसायिक स्तर पर प्रभावी प्रबंधन कौशल सीखने में मदद मिल सकेगी।
प्रोफेसर राय ने कहा कि इन शिक्षण मॉड्यूल का उद्देश्य इंटरनेट आधारित उपकरणों का उपयोग करके शिक्षण कौशल विकसित करने में शिक्षकों को सक्षम बनाना है। हमें मध्य प्रदेश सरकार के साथ सहयोग कर प्रसन्न हैं। यह हमारे संस्थान के साथ साझेदारी में मप्र सरकार द्वारा देश में अपनी तरह की पहली पहल है। यह हमारी टीम द्वारा की गई छह महीने के विस्तृत कार्य की परिणति है, जो 39,000 शिक्षकों के विस्तृत सर्वेक्षण के साथ शुरू हुई थी, ताकि उनकी समस्याओं का पता लगाया जा सके। हमें उम्मीद है कि यह मप्र में सरकारी स्कूल के शिक्षकों के व्यवहार और दक्षता में सकारात्मक बदलाव लाएगा है और अंततः राज्य में स्कूली शिक्षा की समग्र गुणवत्ता पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
प्रोफेसर राय के नेतृत्व में आइआइएम इंदौर संकाय टीम में छह सदस्य शामिल हैं, जिनमें प्रोफेसर प्रशांत सलवान, प्रोफेसर श्रुति तिवारी, प्रोफेसर रैना छाजेर, प्रोफेसर वैजयंती अय्यर और प्रोफेसर अजीत फड़नीस शामिल हैं। टीम ने मध्य प्रदेश के 39,000 स्कूल शिक्षकों का विस्तृत सर्वेक्षण किया। निष्कर्षों से पता चला कि मात्र 12 प्रतिशत पुरुष शिक्षक और आठ प्रतिशत महिला शिक्षक अपने सामान्य स्वास्थ्य की स्थिति से संतुष्ट थे, और 32 प्रतिशत पुरुष शिक्षकों और 30 प्रतिशत महिला शिक्षकों के अनुकूल मनोवैज्ञानिक व्यव्हार पाया गया। 35 प्रतिशत से अधिक पुरुष शिक्षक और 30 प्रतिशत महिला शिक्षक अपने काम से अत्यधिक संतुष्ट थे, जबकि 51 प्रतिशत पुरुष शिक्षक और 56 प्रतिशत महिला शिक्षक अपने समय का प्रबंधन करने में सक्षम थे।
प्रशिक्षण मॉड्यूल में प्रत्येक 12 वीडियो (छह मॉड्यूल में से प्रत्येक में दो प्रत्येक) में सात मिनट शामिल हैं, और ये तीन प्रमुख बिन्दुओं पर केंद्रित हैं – समय प्रबंधन, तनाव प्रबंधन और स्व-प्रबंधन। वीडियो से पहले और बाद में पढ़ने के लिए सामग्री भी उपलब्ध है। प्रत्येक वीडियो के बाद बहुविकल्प-आधारित प्रश्न (MCQs) हैं । एक बार MCQ राउंड उत्तीर्ण करने के बाद ही शिक्षक अगले मॉड्यूल पढ़ सकते हैं। इन सभी ऑनलाइन प्रशिक्षण मॉड्यूलों में उत्तीर्ण होने वाले शिक्षकों को आइआइएम इंदौर प्रमाणित शिक्षक के रूप में प्रमाणित किया जाएगा।