नई दिल्ली: इस वक्त पूरे देश में ‘लू’ का आतंक फैला हुआ है, गर्मी के थपेड़ों से परेशान पूरा भारत बेसब्री से मॉनसून का इंतजार कर रहा है, चुभती गर्मी और पसीने से परेशान लोग केवल आसमान की ओर निगाहें किए बैठे हैं कि कब बारिश हो और तपन से निजात मिले, इसी बीच गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है।
क्या है एडवाइजरी में
लोग घरों के अंदर ही रहें और बाहर निकलें तो छायादार जगहों पर रुकें।
सिर पर गमछा, दुप्ट्टा, टोपी या रूमाल बांध कर निकले, कोशिश करें छाता भी साथ हो।
खूब पानी और पेय पदार्धों का सेवन करें, हल्के रंगों के सूती वस्त्र पहनें और ठंडे पानी से स्नान करें।
सरकारी अस्पतालों के आपातकालीन वॉर्डों को भी पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है।
सरकारी अस्पतालों को अतिरिक्त एयर कंडिशन और दवाओं की खेप तैयार रखने का निर्देश जारी किया गया है।
क्या है गर्मी का कारण
उत्तर भारतीय इलाकों में पाकिस्तान से आने वाली पश्चिमी हवाओं ने गर्मी का प्रकोप बढ़ा दिया जिसका असर ‘लू’ के रूप में इन दिनों दिख रहा है, इस वक्त पूरा भारत गर्मी से उबल रहा है, महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक, यूपी से लेकर हिमाचल तक हर जगह सूर्य की तपिश आग बरसा रही है, अब सबको सिर्फ मॉनसून का इंतजार है, जो कि 6 जून को केरल पहुंचेगा, तपती गर्मी से केवल इंसान नहीं जानवर भी काफी परेशान हैं।
गर्मी में बीमारी होने के मुख्य कारण
गर्मी के दिनों में खुले शरीर में चलना और भाग-दौड़ करना।
तेज गर्मी में घर से खाली पेट यानी भूखा प्यासा बाहर जाना।
धूप से आकर तुरंत ठंडा पानी या अन्य ठंडे पदार्थ का सेवन करना।
तेज धूप से आकर सीधे कूलर या एसी में बैठना या उठकर धूप में जाना।
तेज गर्मी में भी सिंथेटिक वस्त्रों का पहनना।
तेल-मसाले वाला खाना, गरिष्ठ, तेज मसाले, बहुत गर्म खाना खाना, अधिक चाय व शराब का सेवन करना।
खुद का रखें ख्याल
गर्मी में ज्यादा भारी व बासी भोजन न करें।
गर्मी में जब भी घर से निकले कुछ खाकर और पानी पीकर ही निकलें, खाली पेट ना निकलें।
पानी के का सेवन 4 से 5 लीटर रोजाना करें।
बाजारू ठंडी चीजें नहीं बल्कि घर की बनी ठंडी चीजों का सेवन करना चाहिए।
आम का पना, खस, चंदन, गुलाब, फालसा, संतरा का सरबत ,सत्तू, दही की लस्सी, मट्ठा ,गुलकंद का सेवन करना चाहिए।
हरि और ताजी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। सफेद प्याज का सेवन तथा बाहर निकलते समय प्याज रखना चाहिए।
सूती कपड़ों को पहनकर बाहर निकलें। सिर हमेशा कपड़े से बांधकर निकलें।
आंखों को धूप से बचाने के लिए चश्मा पहनकर बाहर निकलें। बाहर की चीजों को खाने से परहेज करें।