नई दिल्ली – एक के बाद एक स्टिंग में फंसती जा रही आम आदमी पार्टी की माइनॉरिटी सेल ने भी बगावत कर दी है । सेल के जनरल सेक्रेटरी शाहिद आजाद ने सीएम अरविंद केजरीवाल का एक सनसनीखेज ऑडियो जारी किया है।एक अखबार से बातचीत में शाहिद का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली असेंबली इलेक्शन में अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को उनकी पॉप्युलेशन के हिसाब से टिकट देने की बजाय प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी की दहशत दिखाकर टरका दिया।
सूत्रों के मुताबिक इस ऑडियो टेप में केजरीवाल कह रहे हैं कि मुस्लिम इलाकों में अगर मुस्लिमों को टिकट दिया तो वोट बंट जाएगा और बीजेपी जीत जाएगी। नरेंद्र मोदी की लहर को रोकने के लिए मुसलमानों के पास ‘आप’ के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। यह बयान कब का है, इस बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं है। शाहिद, जो कि आम आदमी पार्टी में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सचिव होने का दावा करते हैं, का कहना है कि पार्टी पर एक गिरोह का कब्जा है। अरविंद केजरीवाल के 2 चेहरे हैं। एक कमरे के भीतर और दूसरा पब्लिक में।
शाहिद आजाद का दावा है कि पिछले साल इंडिया इस्लामिक सेंटर में अरविंद केजरीवाल ने माइनॉरिटी के हक में लंबा-चौड़ा भाषण दिया। उन्होंने कहा था लोकतांत्रित देश की सुंदरता की झलक पार्लियामेंट और असेंबली में भी दिखना चाहिए। अरविंद की भारी-भरकम बातों से भरोसा जगने के बाद पार्टी की माइनॉरिटी सेल ने 25 नवंबर को सर्वसम्मति से एक रेजॉलूशन पास किया। तय हुआ कि दिल्ली असेंबली इलेक्शन में 10 सीटें मुसलमान उम्मीदवार और 1 सीट क्रिस्चन उम्मीदवार को दी जाएगी, मगर टिकट देने के मौके पर इस रेजॉलूशन को अनदेखा किया गया। अरविंद का तर्क यह था कि मुसलमानों की चिंता दिल्ली चुनाव में नरेंद्र मोदी को शिकस्त देना है ना कि चुनाव जीतकर दिल्ली असेंबली में पहुंचना।
शाहिद ने बताया कि केजरीवाल ने कहा कि मुसलमान ‘आप’ से यह अपेक्षा नहीं कर सकते हैं कि वह उनके समुदाय के कई उम्मीदवारों को उतारेगी, लेकिन वे चाहते हैं कि पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराए। जानकारी के मुताबिक इस टेप में केजरीवाल कह रहे हैं, ‘अगर आप सोचते हैं कि हम 11 मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारेंगे तो इसे भूल जाइए। सवाल यह नहीं है कि आप मुस्लिम समुदाय से लोगों को 11 सीट देने जा रही है। आज देश में कोई भी मोदी रथ को रोकने में सक्षम नहीं है। वे एक के बाद एक राज्यों में सरकार बना रहे हैं। कांग्रेस समाप्त हो गई है। उसने छोड़ दिया है। वह चुनाव नहीं लड़ रही है। मुसलमान हमारी ओर इस तरह से देख रहे हैं कि अगर कोई मोदी रथ को रोक सकता है तो वह सिर्फ आम आदमी पार्टी है। मुसलमानों को हमसे सिर्फ यही उम्मीद है। उन्हें इस बात की कोई उम्मीद नहीं है कि अधिक मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा। 2000, 3000 और 5000 लोगों का सर्वेक्षण कर लें। मुसलमानों का एक सर्वेक्षण कर लें कि उनकी क्या प्राथमिकता है।’
पेशे से वकील शाहिद आजाद का आरोप है कि दिल्ली असेंबली जीतने के लिए उन्होंने पार्टी के तमाम सिद्धातों को ताक पर रख दिया। मनमर्जी से टिकटों का बंटवारा किया गया। क्रिमिनल बैकग्राउंड के उम्मीदवार चुनाव लड़े। पार्टी में सुप्रीमो कल्चर बन गया। चंद लोगों ने पूरी पार्टी पर कब्जा कर लिया और स्वराज का सपना पीछे छूट गया। शाहिद का कहना है कि वह पार्टी के खिलाफ नहीं है, लेकिन कुछ लोगों की बनाई नीति को सभी कार्यकर्ता नहीं मान सकते। सूत्र बताते हैं कि शाहिद आजाद से यह ऑडियो टेप अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष इरफान उल्लाह ने जारी करवाया है।