नई दिल्ली : आज सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट आई और यह लाल निशान पर बंद हुआ। गिरावट का यह सिलसिला पिछले पांच दिनों से जारी है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 535.57 अंक यानी 1.13 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 46874.36 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 149.95 अंक (1.07 फीसदी) की गिरावट के साथ 13817.55 के स्तर पर बंद हुआ। मंगलवार को 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर शेयर बाजार बंद थे।
पांच दिनों में करीब तीन हजार अंक फिसला सेंसेक्स
पिछले पांच दिनों में सेंसेक्स तीन हजार अंकों से ज्यादा गिरा है। इंडेक्स 21 जनवरी को 50,184 पर पहुंचा था। सरकारी डाटा के अनुसार, पिछले साल अप्रैल-नवंबर के दौरान फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) निवेश 58.37 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में निवेशित 47.67 अरब डॉलर की तुलना में 22 फीसदी ज्यादा है। आठ महीनों एफडीआई का यह आंकड़ा सबसे अधिक है। इसी अवधि के दौरान शेयर बाजार में एफडीआई 43.85 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 37 फीसदी ज्यादा है।
वैश्विक बाजारों में भी गिरावट
वैश्विक बाजारों की बात करें, तो 28 जनवरी को वैश्विक बाजारों में भी भारी गिरावट है। जापान का निक्केई इंडेक्स 1.34 फीसदी, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.30 फीसदी, हांगकांग का हेंगसेंग 1.83 फीसदी नीचे कारोबार कर रहे हैं। कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 1.85 फीसदी और ऑस्ट्रेलिया का ऑल ऑर्डिनरीज 2.02 फीसदी फिसल गए हैं। अमेरिका का डाउ जोंस, नैस्डैक और एस एंड पी 500 इंडेक्स दो-दो फीसदी ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए थे।
बजट से पहले जारी रहेगा उतार-चढ़ाव
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 156.13 अंक या 0.31 फीसदी नीचे आया। आम बजट से पहले मासिक डेरिवेटिव अनुबंध के निपटान तथा कंपनियों के तिमाही नतीजों के बीच इस सप्ताह में शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। 29 जनवरी को मुख्य आर्थिक सलाहकार के मार्गदर्शन में तैयार आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा।
विशेषज्ञों ने यह राय जताई है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि, ‘आने वाले दिनों में केंद्रीय बजट तथा मासिक सौदों की समाप्ति से पहले बाजार में उथल-पुथल रह सकती है। कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बाजार के उतार-चढ़ाव को बढ़ाएंगे। इस सप्ताह फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति की भी घोषणा होने वाली है।’
बजट से मिलेगी बाजार को दिशा
बीएसई सेंसेक्स ने पिछले सप्ताह पहली बार 50,000 अंक के ऐतिहासिक स्तर को पार किया। विश्लेषकों ने कहा कि अब सभी की निगाहें वित्त वर्ष 2021-22 के बजट पर है। बजट से सेंसेक्स की आगे की यात्रा को दिशा मिलेगी। बीते साल कोरोना वायरस महामारी के बीच बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 24 मार्च को अपने एक साल के निचले स्तर 25,638.9 अंक पर आ गया। हालांकि, आगे साल के दौरान सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तर तक चला गया।
ऐसा रहा दिग्गज शेयरों का हाल
दिग्गज शेयरों की बात करें, तो आज एसबीआई, एक्सिस बैंक, आईओसी, बीपीसीएल और गेल के शेयर हरे निशान पर बंद हुए। वहीं विप्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति, एचडीएफसी बैंक और पावर ग्रिड के शेयर लाल निशान पर बंद हुए।
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज बैंक और प्राइवेट बैंक के अतिरिक्त सभी सेक्टर्स लाल निशान पर बंद हुए। इनमें फार्मा, मेटल, एफएमसीजी, फाइनेंस सर्विसेज, ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, मीडिया और रियल्टी शामिल हैं।
गिरावट पर खुला था बाजार
आज शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 377.99 अंक (0.80 फीसदी) की गिरावट के साथ 47,031.94 के स्तर पर खुला था। वहीं निफ्टी 113.10 अंक यानी 0.81 फीसदी की गिरावट के साथ 13,854.40 के स्तर पर खुला था। इसके बाद
बुधवार को भारी गिरावट पर बंद हुआ था बाजार
बुधवार को दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट आई और यह लाल निशान पर बंद हुआ था। सेंसेक्स 937.66 अंक यानी 1.94 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 47409.93 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 271.40 अंक (1.91 फीसदी) की गिरावट के साथ 13967.50 के स्तर पर बंद हुआ था।