लखनऊ– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि एसिड अटैक करने वालों पर सरकार सख्त कार्रवाई करेगी लेकिन समाज को भी ऐसा घृणित व अमानवीय कार्य करने वालों का बहिष्कार करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने उद्गार एसिड अटैक का शिकार 60 पीडि़तों को सहायता राशि के तौर पर तीन-तीन लाख रुपये के चेक देते हुए व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में रानी लक्ष्मी बाई वीरता पुरस्कार से 40 महिलाओं को एक लाख का चेक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इनमें 20 ग्राम प्रधान व आइपीएस अधिकारी अपर्णा कुमार शामिल थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आबादी में 50 प्रतिशत हिस्सेदार महिलाओं की अनदेखी कर न तो सरकार चल सकती है और न ही समाज। उन्होंने कहा कि सपा सरकार महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान को लेकर सजग है और इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। एसिड अटैक करने वालों के खिलाफ तो सरकार कार्रवाई करेगी ही लेकिन समाज को भी आगे आना होगा। समाज को महिलाओं के प्रति ऐसा अमानवीय कार्य करने वालों को अपने से दूर कर देना चाहिए।
अधिकांश मामलों में एसिड अटैक करने वाले पीडि़ता के करीबी ही होते हैं। सभ्य समाज में इनके लिए कोई स्थान नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहायता राशि देने के अलावा सरकार पीडि़तों का इलाज भी मुफ्त कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को समझाना मुश्किल है लेकिन बहकाना आसान। कई ताकतें बहकाने में लगी हैं। कभी पुलिस भर्ती को लेकर तो कभी किसी और बात पर। लैपटाप को लेकर हल्ला कर दिया कि इसे पाने वाले छात्रों ने इसे बेच दिया।
उन्होंने कहा कि बहकाने वाले व बांटने वालों से सावधान रहने की जरुरत है। मुख्यमंत्री ने लोहिया आवास व समाजवादी पेशन योजना को जनकल्याणकारी बताते हुए कहा कि शहर के लिए पांच सौ रुपये का महत्व न हो लेकिन गांव की गरीब महिला के लिए इसके मायने होते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि किसी घटना के होने पर पुलिस 15-20 मिनट पर स्पाट पर पहुंच जाए। प्रोफेसर की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके लिए पुलिस में 22 हजार ड्राइवरों चाहिए। अब आगे इसकी व्यवस्था भी करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाम लूंगा तो मीडिया वालों को भी मसाला मिल जाएगा लेकिन बताना तो पड़ेगा। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद अपनी सांसद पत्नी डिंपल यादव की ओर संकेत करते हुए कहा कि महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा के लिए योजना तैयार करने में इनके सुझाव भी बहुत उपयोगी रहे। कार्यक्रम में बोलने वाले अन्य वक्ताओं ने भी डिंपल के योगदान को सराहा।