भोपाल- व्यापम घोटाले के व्हिसलब्लोअर डा. आनंद राय ने एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के सामने नई मुश्किल खड़ी कर दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री को उस मुद्दे पर अपने साथ उनका भी नार्को टेस्ट कराने की चुनौती दे डाली है जिसमें आनंद राय ने आरोप लगाया था कि सीएम ने उन्हें उनका ट्रांसफर रुकवाने का लालच देने के लिए अपने आवास पर बुलवाया था।
जबकि सीएम ऑफिस की ओर से इस बात का खंडन किया गया था। वहीं आनंद राय ने कहा कि अगर कुछ लोगों को लगता है कि मैं इस मुद्दे पर झूठ बोल रहा हूं तो वो मेरा और सीएम दोनों का नार्को टेस्ट करवा सकते हैं जिससे पता चल जाएगा कि उस दिन क्या हुआ था और सीएम ने मुझे किस लिए अपने आवास पर बुलवाया था।
बता दें कि व्यापमं घोटाले का खुलासा करने वाले प्रमुख व्हिसलब्लोअर रहे डा. आनंद राय और उनकी पत्नी का कुछ दिन पूर्व इंदौर से तबादला कर दिया गया था। आनंद राय ने आरोप लगाया था कि उन पर दबाव बनाने के लिए ही उन दोनों के तबादले किए गए हैं।
हालांकि बाद में डा. राय ने हाइकोर्ट की मदद से अपना और अपनी डा. पत्नी का तबादला रुकवा लिया था। कुछ दिन पूर्व ही आनंद राय ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर सीएम शिवराज चौहान पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा था कि सीएम ने उन्हें अपने आवास पर बुलाकर उनका तबादला रुकवाने की बात कही थी।
बदले में सीएम ने व्यापमं घोटाले में उनका और उनके परिवार का नाम न घसीटने की बात आनंद राय से कही थी। हालांकि सीएम को व्यापमं घोटाले में आनंद राय की गतिविधियों से कोई दिक्कत नहीं थी बस उनकी आपत्ति अपना और अपने परिवार को लेकर डा. राय की सक्रियता को लेकर थी। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने मामले में एमपी सरकार से एक हफ्ते में जवाब मांगा है।