मंदसौर : एक पीजी कॉलेज के प्रोफेसर के साथ एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शर्मनाक हरकत की। यहां बुधवार को ज्ञापन देने पहुंचे एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कक्षा के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी थी। जब प्रोफेसर दिनेश गुप्ता ने कार्यकर्ताओं को ऐसा करने से रोका तो वह उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज करने की धमकी देने लगे।
प्रोफेसर इतना डर गए कि उन्होंने नेताओं और कार्यकर्ताओं के पैर तक पकड़ लिए और उनसे बचने के लिए भारत माता की जय के नारे लगाने लगे।
बता दें साल 2006 में उज्जैन में भी प्रोफेसर एचएस सभरवाल के साथ एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शर्मनाक हरकत की थी।
प्रोफेसर को ठहराया जिम्मेदार
मामले पर एबीवीपी के जिलाध्यक्ष का कहना है कि इस सबके लिए प्रोफेसर ही जिम्मेदार है। उसने कहा कि प्रोफेसर का माइंड डिस्टर्ब है। वहीं जिला संयोजक का कहना है कि घटना गलत थी। प्रोफेसर से माफी मांगी जानी चाहिए।
प्रोफेसर दिनेश गुप्ता ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि विद्यार्थी उन्हें देशद्रोही बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसा नहीं हूं यही बताने के लिए उनके पैरों में गिर गया।
मेरे खिलाफ मामला भी दर्ज कराना चाहते थे। ये तो विद्यार्थी हैं ही नहीं। ये कभी कक्षा में नहीं आते केवल नेतागिरी करते हैं। कार्रवाई जैसी बात मेरे मन में नहीं हैं बस मैं इतना चाहता हूं कि ये पढ़ लिखकर आगे बढ़ें।’
भारत माता की जय बोलने से रोका तो नाराज हो गए छात्र
एबीवीपी के जिला संयोजक पवन शर्मा का कहना है, ‘मुझे नहीं मालूम था कि सर ऐसा क्यों कर रहे हैं। मुझे बहुत बुरा लगा। मैंने उन्हें रोका भी, लेकिन वे नहीं माने। मैंने खुद उनके पास जाकर माफी मांगी। मैंने साथियों से बात की है। उनका कहना है कि सर ने भारत माता की जय बोलने से रोका, जिससे वे नाराज हुए।’
प्रोफेसर ने सभी के पैर पकड़कर मांगी माफी
इस शर्मनाक घटना पर एबीवीपी के कॉलेज अध्यक्ष राधे गोस्वामी का कहना है, ‘हम नारे लगाते जा रहे थे, सर ने रोका, यह उनकी गलती है। उनका माइंड डिस्टर्ब था। इसलिए उन्होंने सभी के पैर पकड़कर माफी मांगी।’