अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मुमताज हॉस्टल में मंगलवार देर शाम एमएसडब्लू उत्तीर्ण छात्र द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद कैंपस का माहौल गरमा गया।
वीसी के न पहुंचने और पुलिस के देरी से आने से खफा छात्रों ने मौके पर पहुंचे एसपी सिटी से नोकझोंक करते हुए उनकी गाड़ी को पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया। किसी तरह एसपी सिटी वहां से बाहर निकले।
इसके बाद काफी संख्या में एकत्रित छात्रों ने वीसी लॉज का घेराव कर लिया और हंगामा करने लगे। एहतियातन वीसी लॉज पर पहुंचे पुलिस बल को भी छात्रों ने नोक-झोंक करते हुए कैंपस से बाहर दौड़ा दिया गया।
देर रात छात्र बाब-ए-सैयद को बंद कर गेट के अंदर नारेबाजी प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि पुलिस, प्रशासन व आरएएफ की टीम कैंपस के बाहर डेरा जमाए हालात पर नजर बनाए हुए थी।
वहीं मृत छात्र के शव को जेएन मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में शव रखवा दिया गया है। कुछ छात्र वहां भी पहुंच गए हैं।
मूल रूप से पीलीभीत के मोहल्ला पहाड़िया (पुलियावाली मस्जिद के नजदीक) निवासी मो. अनस शम्सी एएमयू से मास्टर इन सोशल वर्क (एमएसडब्लू) कर चुका था और अब पीएचडी की तैयारी कर रहा था। वह एएमयू के आफताब हॉल के मुमताज हॉस्टल के कमरा नंबर 22 में रहता था।
मंगलवार रात करीब 8 बजे उसका शव कमरे में फंदा पर लटका मिला। इसकी सूचना कैंपस में तेजी से फैल गई। सूचना के बाद हॉल के प्रवोस्ट डॉ. सलमान पहुंच गए।
एएमयू अधिकारियों और पुलिस के विलंब से पहुंचने, वीसी के मौके पर न आने और काफी समय तक शव फंदे पर लटके रहने के कारण छात्रों का गुस्सा भड़क गया। रात्रि दस-साढ़े दस बजे के करीब शव को फंदे से नीचे उतारा गया।
इसी बीच मौके पर पहुंचे एसपी सिटी अभिषेक से देरी शव उतारे जाने को लेकर छात्रों की बहस हो रही थी। तभी कुछ छात्रों ने उनकी गाड़ी पर पीछे से पथराव कर दिया।
इससे वहां हंगामे हालात पैदा होने लगे तो एसपी सिटी वहां से निकल कर बाबे सैयद आ गए। इसके बाद गुस्साएं छात्रों ने वीसी लॉज पर पहुंचकर घेराव करते हुए वहां हंगामा व नारेबाजी शुरू कर दी।
उधर शव को जेएन मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में रखा गया है। वहां भी काफी संख्या में छात्र पहुंच गए हैं। माहौल को तनावपूर्ण होता देख और वीसी लॉज पर हंगामे की आशंका पर एसपी सिटी काफी संख्या में पुलिस बल के साथ दुबारा से वीसी लॉज पहुंचे तो छात्रों ने वहां से भी पुलिस को नारेबाजी कर बाहर जाने को कहा।
इस दौरान फिर काफी बहस हुई और पुलिस बल हालात को देखते हुए बाहर आ गया। देर रात एसएसपी आकाश कुलहरि, एसपी सिटी अभिषेक, एडीएम सिटी राकेश मालपानी सहित पुलिस प्रशासन, आरएएफ के तमाम अधिकारी व पुलिस बल एएमयू के बाहर डेरा जमा हुए थे, जबकि छात्र अंदर हंगामा कर रहे थे।
कैंपस के आसपास भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लोग तरह-तरह के चर्चे कर रहे हैं।
इस घटना को लेकर एएमयू प्रवक्ता प्रो.साफे किदवई का कहना है कि पूर्व छात्र ने सुसाइड किया है, उसके कारणों की जांच की जा रही है। परिवार को सूचना दे दी गई है। कारण स्पष्ट नहीं है। कैंपस के माहौल को सामान्य रखने का प्रयास किया जा रहा है।
यह पहला मौका नहीं, जब एएमयू कैंपस में सर सैयद डे से ऐन पहले या सर सैयद डे के दिन बवाल न हुआ हो। पिछले कई सालों के इतिहास पर गौर करें तो कैंपस में इस दौर में किसी न किसी
बात पर माहौल तनावपूर्ण जरूर हुआ है। इस बार भी लोग इसी बात की चर्चा कर रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है।
तीन माह पूर्व एमएसडब्ल्यू करने के बाद अनस पीएचडी में दाखिले की तैयारी कर रहा था। अभी उसे नए सिरे से आवास आवंटित नहीं हुआ था। मगर तीन दिन पहले घर से यहां आकर रहने लगा था और पीएचडी की तैयारी कर रहा था। उसके सुसाइड को लेकर तमाम चर्चाएं हैं।
अनस के साथियों की चर्चा पर गौर करें तो दोपहर एक बजे के बाद वह अचानक गायब हो गया था। लोग यही समझ रहे थे कि वह कहीं घूमने निकल गया होगा। मगर रात करीब 8 बजे जब किसी ने उसकी लाश कमरे में पंखे से लटकी देखी तो बात कैम्पस में फैल गई। इसे लेकर अनुमान लगाया जा रहा था कि कहीं दोपहर में ही उसने सुसाइड तो नहीं कर लिया।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी शुरू कर दी है। परिवार भी रास्ते में है और उसके यहां पहुंचते ही शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद शव सीधे परिजनों संग पीलीभीत भेज दिया जाए।
इस घटना को लेकर सबसे ज्यादा गुस्सा वीसी के न आने को लेकर था। मगर चुनाव की मांग कर रहे छात्रों को और पुलिस के खिलाफ गुस्सा निकालने का बहाना तलाश रहे छात्रों को मौका मिल गया।
इसी बीच एसपी सिटी की गाड़ी पर पथराव कर दिया और फिर वीसी लॉज से भी पुलिस को वापस कर दिया।
एएमयू में इस साल में तीसरी बार बवाल हुआ है। इससे पहले फरवरी में अजय सिंह और निशित पर हमले को लेकर बवाल हुआ था। इसके बाद पिछले माह रजिस्ट्रार दफ़्तर में बवाल हुआ था, जिसमें छात्र नेता जेल गए थे और अब यह बवाल हुआ है।
हाईकोर्ट ने बाबे सैयद पर 100 मीटर रेडियस में बिना अनुमति धरना प्रदर्शन बंद कर दिया है। आज के बवाल के बाद छात्र फिर वहीं जमा हैं और आदेश की अवहेलना की जा रही है।