नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दल बीजेपी को हराने के लिए महागठबंधन तैयार करने की कोशिश में जुटे हैं। जबकि दो दिन पहले, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार के तौर पर पेश कर नई बहस छेड़ दी है। पीएम पद की दावेदारी पर विपक्षी दल ही नहीं, बल्कि बीजेपी ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा है और पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस अध्यक्ष की ब्रिटिश नागरिकता का मुद्दा एक बार फिर उठाया है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने हमला बोलते हुए कहा है कि भारत का प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने से पहले राहुल गांधी अपनी गोपनीय ब्रिटिश नागरिकता और ‘Raul Vinci’ नाम से बैंक अकांउट पर स्पष्टीकरण दें। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि राहुल गांधी कभी भी देश के पीएम नहीं बन सकते हैं।
स्वामी ने ट्वीट किया, ‘मुझे समझ नहीं आता कि आखिर क्यों कुछ राजनीतिक दल राहुल गांधी को देश के अगले पीएम के रूप में पेश करना चाहते हैं। राहुल गांधी खुद लिखित में स्वीकार कर चुके हैं कि वे ब्रिटिश नागरिक हैं। लिहाजा वे देश के पीएम नहीं बन सकते हैं। आडवानी की अध्यक्षता वाली एथिक्स कमिटी ने मेरी शिकायत ठंडे बस्ते में डाल दी थी लेकिन गृह मंत्रालय इस मामले की जांच कर रहा है।’
दरअसल, दो दिन पूर्व ही, डीएमके अध्यक्ष स्टालिन ने करुणानिधि के प्रतिमा अनावरण के मौके पर कहा था कि राहुल गांधी में बीजेपी को हराने की ताकत है और उन्हें पीएम उम्मीदवार होना चाहिए। हालांकि स्टालिन के इस बयान के कुछ देर बाद ही टीएमसी ने इसपर आपत्ति दर्ज की थी जबकि टीडीपी, सपा और बसपा ने स्टालिन के बयान का समर्थन नहीं किया था।