सुहागरात पर दूल्हा दुल्हन अपने कमरे में थे और देर रात घर के बाकी लोग अपने-अपने कमरों में सोने चले गए। सुबह हुई तो किसी को नहीं पता था कि शादी की धूमधाम मातम में बदल जाएगी।
सुबह सुबह दुल्हन की चीख गूंजी तो सब लोग कमरे की तरफ दौड़े, दूल्हा फांसी पर लटक रहा था और दुल्हन का कहना था कि उसकी आंख खुली तो उसने देखा कि एक रात पहले ही जो शख्स उसका पति बना था, उसने खुदकुशी कर ली।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद ज़िले में पिछले साल यानी 2017 की गर्मियों में सोनी की शादी अरविंद से हुई थी लेकिन अरविंद को यह भनक तक नहीं थी कि यह शादी सोनी की मर्ज़ी से हुई थी कि नहीं। यह सवाल भी अरविंद के मन में नहीं आया था क्योंकि उसने लड़की को देखकर पसंद किया था, लड़की की मर्ज़ी उसने तो नहीं पूछी थी।
हालांकि अरविंद और उसके परिवार को यह बता दिया गया था कि सोनी की पहले एक शादी हो चुकी थी और कुछ ही दिनों में तलाक हो चुका था।
सोनी और अरविंद के घर के बड़े बुज़ुर्गों ने सब बातचीत और लेनदेन कर शादी तय कर दी थी। शादी धूमधाम से हुई, दावत हुई और फिर विदाई के बाद सोनी ससुराल आ गई।
रात हुई यानी सुहागरात और अरविंद अपनी दुल्हन के साथ रोमांस करने के मूड में था लेकिन उसे कोई अंदाज़ा नहीं था कि सुहागरात उसकी आखिरी रात बनने वाली है। पहले कुछ देर सोनी ने अरविंद को करीब आने से रोका और फिर बाथरूम जाने का बहाना बनाया।
कुछ देर बाद सोनी के कमरे के पीछे की तरफ से चुपके से दाखिल हुआ रवि अस्ल में, सोनी का आशिक था जिसके साथ काफी समय से सोनी का अफेयर चल रहा था। रवि कमरे में आया। दोनों भागने की तैयारी में थे लेकिन तभी अरविंद की नींद टूटने लगी।
रवि छुप गया और अरविंद आधी सोई आधी जागी हालत में सोनी का हाथ पकड़कर लेटा रहा। सोनी ने हाथ छुड़ाने की कोशिश की तो उसे लगा कि हाथ छूटा तो अरविंद की नींद खुल जाएगी।
उसने रवि को इशारा कर पूछा कि अब क्या करें? रवि ने बिस्तर के नीचे, अलमारी के पास देखा तो एक रस्सी दिखी। उसने रस्सी की मज़बूती चेक की और बिस्तर के पीछे से जाकर सोये हुए अरविंद के गले में रस्सी डाल दी।
रवि रस्सी से गला घोंटता रहा और सोनी अरविंद का मुंह बंद करने लगी ताकि चीख न निकले। कुछ ही पलों में अरविंद लाश बन गया। अब रवि ने भाग चलने को कहा तो सोनी ने कहा कि ऐसे में भागे तो सबको पता चल जाएगा कि कत्ल किसने किया।
तय यह हुआ कि इसे आत्महत्या का सीन बनाकर रवि चला जाए और कुछ दिन बाद सोनी उसके पास आ जाएगी। दोनों ने मिलकर इस हत्या को फांसी पर लटककर आत्महत्या करने का मंज़र तैयार किया और फिर रवि वहां से चला गया।
योजना के मुताबिक सुबह सुबह ही सोनी ने शोर मचा दिया। अब घर के लोग परेशान और मातम में थे। नयी बहू सोनी से हल्की फुल्की पूछताछ घर में ही हो चुकी थी। सबने तय किया कि अरविंद का अंतिम संस्कार कर दिया जाए।
सोनी के पिता ने पोस्टमार्टम न करवाने का सुझाव दिया जबकि इलाके के कुछ परिचितों ने पुलिस को खबर कर पोस्टमार्टम करवाने की बात कही। आखिरकार पुलिस आ ही गई और पोस्टमार्टम हुआ।
दो चार दिन बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि मौत गला घोंटने से हुई है और लाश को फांसी पर लटकाया गया। अब पूरा शक सोनी पर था और कड़क पूछताछ के बाद सोनी ने कबूल कर लिया कि उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर कत्ल किया।
सोनी ने अपने बयान में कहा कि वह रवि से बेइंतहा प्यार करती थी लेकिन पहले भी उसके परिवार ने उसकी एक न सुनी और शादी कर दी थी। इसके बावजूद उसने रवि के साथ रिश्ता खत्म नहीं हुआ और इसी वजह से उस शादी में खटास पैदा हुई तो तलाक तक बात पहुंची।
तब भी सोनी ने अपने घर पर कहा था कि वह रवि से प्यार करती थी और उसी से शादी करना चाहती थी लेकिन घर वालों ने उसकी मर्ज़ी के खिलाफ अरविंद से शादी करवा दी थी। उसका मकसद रवि को पाना था, किसी भी सूरत में। लेकिन इस सूरत में तो दोनों को तो जेल जाना पड़ा।