जलालाबाद- अफगानिस्तान में भारतीय वाणिज्य दूतावास को बुधवार को फिर फिदायीन हमले के जरिए निशाना बनाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, जलालाबाद में हुए हमलों में सभी पांच आतंकी मार गिराए गए हैं। हमले में एक पुलिसकर्मी, महिला समेत 19 नागरिक भी जख्मी हुए हैं। हमले में सभी भारतीय सुरक्षित बताए गए हैं। धमाके से आसपास की इमारतों की खिड़कियों के कांच टूट गए और करीब 8 कारों को खासा नुकसान पहुंचा है। अफगान सिक्युरिटी फोर्स के साथ आईटीबीपी के जवानों ने मोर्चा संभाल रखा है।
करीब दो माह पहले जनवरी में मजार-ए-शरीफ स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर आतंकवादियों ने इसी तरह का हमला किया था।
खबर के मुताबिक भारतीय वाणिज्य दूतावास को निशाना बनाकर किये गये आतंकवादी हमले के दौरान आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया !
जलालाबाद के पास कॉन्स्युलेट की गेट के बाहर हैवी फायरिंग होने के साथ-साथ सुसाइड अटैक के जरिए धमाके होने की भी खबर है। अफगान सिक्युरिटी फोर्स के साथ आईटीबीपी के जवान आतंकियों का मुकाबला कर रहे हैं। अभी तक छह लोग जख्मी हुए हैं। बताया जाता है कि दो सुसाइड बॉम्बर्स एक घर में छिपे हुए हैं।
हमले वाली जगह पर हेलिकॉप्टर्स से पैट्रोलिंग की जा रही है। ब्लास्ट के बाद इंडियन और पाकिस्तानी कॉन्स्युलेट से लगी सड़क को ब्लॉक कर दिया गया है। एमईए ने ट्वीट कर कॉन्स्युलेट के सभी कर्मचारी के सेफ होने की जानकारी दी है।
गौर हो कि इससे पहले तीन जनवरी को भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने मजार-ए-शरीफ स्थित भारतीय मिशन पर हमला कर दिया था और 25 घंटे तक चली गोलीबारी के बाद अफगान सुरक्षा बलों ने सभी हमलावरों को मार गिराया था।
जनवरी में चार बड़े हमले
– 19 जनवरी में काबुल में रशियन एम्बेसी के सामने तालिबान का एक सुसाइड अटैक हुआ था। इसमें चार महिला समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। जिस जगह ब्लास्ट हुआ, उसके पास ही में पालिज़्यामेंट है।
– 13 जनवरी को जलालाबाद में सुसाइड अटैक कर पाकिस्तानी कॉन्स्युलेट को निशाना बनाया गया था। इसमें दो पुलिसवाले समेत अफगान फोसज़् के 7 सैनिकों की मौत हुई थी। आईएसआईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
– 3 जनवरी को इंडियन कॉन्स्युलेट पर आतंकी हमला हुआ था। चार आतंकियों ने मारे जाने से पहले कॉन्स्युलेट की दीवारों पर खून से नारे लिखे थे 25 घंटे चले एनकाउंटर के बाद सभी चार आतंकियों को मार गिराया गया था।
– 1 जनवरी को काबुल के एम्बेसी इलाके में धमाका हुआ। जहां ब्लास्ट हुआ, वह जगह इंडियन एम्बेसी से ढाई किमी दूर थी।
पहले भी बनाया निशाना
– काबुल में इंडियन कॉन्स्युलेट पर 2008 और 2009 में भी हमला हो चुका है।
– वहीं, मई 2014 में हेरात में भी आतंकियों ने इंडियन एम्बेसी को निशाना बनाया था।
– इसके पहले जलालाबाद में इंडियन एम्बेसी में हुए हमले में 9 लोगों की मौत हुई थी।
[इंटरनेट डेस्क]