खंडवा : मध्यप्रदेश में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। नीमच के किसान आंदोलन में 6 किसानों की गोली से हुई मौत के बाद अब प्रदेश के किसान कर्ज से परेशान होकर मौत को गले लगा रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ग्राम भवानिया का है जहां एक बुजुर्ग किसान ने दो बार की बोवनी फेल होने और कर्ज के चलते मौत को गले लगा लिया।
खंडवा के ग्राम भवानिया में रहने वाले 70 वर्षीय किसान घीसा खां ने बोवनी फेल होने और कर्ज से परेशान होकर अपने ही खेत के कुएं में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान ईद के दिन से ही लापता था। परिजन तलाश करते जब खेत के कुंए पर पहुंचे तो अपने पिता की लाश कुएं में लटकी देख सकते में आगए। बताया जा रहा है कि मृतक अपने दो बेटों के साथ किसानी का काम करता था और उस पर प्रायवेट और अन्य बैंकों का लगभग 7 लाख रूपयों का कर्ज था। वही खेत में बोवनी फेल होने से उसे कर्ज चुकाने की चिंता सता रही थी जिसके चलते उसने मौत को गले लगा लिया।
मर्तक किसान के बेटे इदु खां बताया की ने कर्ज न चूका पाने की चिंता के चलते उनसे पिता जी परेशान थे उन्होंने ईद की नमाज़ भी अदा नहीं की। ईद के दिन से ही मृतक घीसा खां लापता हो गया था। परिजनों ने तलाश शुरू की तो आज सुबह घीसा की लाश उसके खेत में बने कुएं में रस्सी से लटकी मिली जिसे ग्रामीणों ने निकाला। परिजनों का कहना है कि कर्ज के चलते घीसा खां ने आत्महत्या की है।
हरसूद क्षेत्र के किसान अशोक पटेल ने तेज़ न्यूज़ डॉट कॉम से बात करते हुए कहा कि मृतक का परिवार खेती-किसानी पर निर्भर है जो करीब पांच एकड़ जमीन में खेती कर रहे हैं। दो बार बोवनी फेल होने पर आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। अभी हाल ही में एक ट्रेक्टर फायनेंस पर उठाया था। इसके अलावा केसीसी लोन व अन्य निजी बैंकों का भी उन पर बकाया है । किसान अशोक पटेल का कहना है कि सरकार की किसान विरोधी नीति के चलते किसान आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं।
किसान की आत्महत्या की खबर के बाद राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस के किसान संगठन से जुड़े किसान नेता श्याम यादव ने कहा कि जब से सरकार ने किसानों को एक करोड़ रूपए मुआवजा देने की घोषणा की है तब से आत्महत्या के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सरकार को किसान हित में फैसले लेना चाहिए जिससे आत्महत्या का सिलसिला रूकेगा। उन्होंने कहा की मृतक किसान को सरकार को अपने वादे के मुताबिक एक करोड़ रूपए मुआवजा देना चाहिए।
खंडवा एसपी नवनीत भसीन ने कहा की मृतक हरसूद के भवानिया का निवासी हैं। पुलिस ने मर्ग कायम कर जाँच शुरू कर दी है।
किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं का सिलसिला न जाने कब रूकेगा। अगर ऐसा ही चलता रहा तो किसानों के लिए पहचाना जाने वाला मध्यप्रदेश किसानों की आत्महत्याओं के मामले में पहचाना जाने लगेगा।
रिपोर्ट @ निशात सिद्दीकी