इंदौर: रेलवे के ट्रेन में लोगों को पैर,गले और सिर की मसाज सर्विस के ऐलान के बाद इस पर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। रेलवे ने मध्यप्रदेश के इंदौर से चलने वाली 39 ट्रेनो में मसाज सर्विस शुरु करने का ऐलान किया था। लोकसभा की पूर्व स्पीकर और भूतपूर्व बीजेपी सांसद सुमित्रा महाजन ने अब इस सर्विस पर सवाल उठाते हुए इसे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया। उन्होंने इसके संबंध में रेल मंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिखकर कहा कि महिलाओं के सामने ऐसी सर्विस का प्रस्ताव संस्कृति के खिलाफ है।
इंदौर की लंबे समय तक सासंद रही सुमित्रा महाजन ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से पूछा कि चलती ट्रनों में खासतौर पर महिलाओं के सामने ऐसी सुविधाएं उपलब्ध करना कितना उचित है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सामने ऐसी सर्विस का प्रस्ताव भारत की संस्कृति के खिलाफ है। इससे पहले बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद शंकर लालवानी ने इस सर्विस का विरोध किया था। उन्होंने इसे स्तरहीन बताया था।
बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने ट्रेन में मसाज सर्विस के ऐलान पर कहा था कि मेरी राय है कि ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों को जरूरी मेडिकल सुविधाएं और डॉक्टर्स उपलब्ध कराए जाएं। इस तरह की स्तरहीन सर्विस का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने इसका विरोध जताते हुए कहा कि कुछ स्थानीय महिला संस्थान और सामाजिक संस्थाओं ने भी हाल ही में इस बारे में आपत्ति जताते हुए अपने विचार उनके सामने रखे थे। उन्होंने कहा कि लोगों की राय है कि मसाज सर्विस टूरिस्ट जगहों पर जाने वाली ट्रेन में ऑफर की जा सकती है।
इस सर्विस पर रेलवे के एक अधिकारी का कहना था कि इससे ना केवल रेलवे का राजस्व बढ़ेगा बल्कि यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। रेलवे को इससे 20 लाख रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान जताया गया है। यही नहीं अनुमान है कि लगभग 20,000 यात्रियों से टिकटों की अतिरिक्त बिक्री के माध्यम से हर साल 90 लाख रुपये की अनुमानित वृद्धि होगी। इस मसाज सेवा के बदले यात्रियों से 100 रुपये, 200 रुपये और 300 रुपये की तीन अलग-अलग श्रेणियों में शुल्क लिया जायेगा।
रलताम रेलवे के डिविजनल मैनेजर आरएन शुक्ला ने बताया कि ये मसाज पूरे शरीर की नहीं होगी। सिर्फ सिर और पैर मालिश उपलब्ध कराई जायेगी। ये सर्विस सुबह 6 बजे से रात 10 तक ही मिलेगी। डीआरएम ने स्पष्ट किया कि इस सुविधा को शुरू करने से पहले हम यह सुनिश्चित करेंगे इससे किसी तरह की असुविधा न हो और यात्री असहज महसूस न करें। जिन ट्रेनों में ये सर्विस मिलेगी उनमें, देहरादून-इंदौर एक्सप्रेस (14317), नई दिल्ली-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस (12416) और इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस (19325) सहित प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं।