नई दिल्ली- पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर हत्या का रहस्य खुलता नजर नहीं आ रहा है। जांच के लिए बनाए गए मेडिकल बोर्ड द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में इस रहस्यमयी मौत पर कुछ भी अंतिम रूप से नहीं कहा गया है। रिपोर्ट 2 हफ्ते पहले दिल्ली पुलिस की एसआईटी (विशेष जांच दल) को सौंपी गई है।
अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआइ) से आई रिपोर्ट में भी हत्या का कारण बने जहर का पता नहीं चलने पर दिल्ली पुलिस की एसआइटी ने रिपोर्ट सुनंदा के शव का पोस्टमार्टम करने वाले एम्स के मेडिकल बोर्ड को सौंप दी थी। इसका भी कोई परिणाम नहीं आया तो मार्च 2016 में एसआइटी ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर नया मेडिकल बोर्ड बनाने की मांग की थी। इस बोर्ड में दिल्ली, चंडीगढ़ और पुडुचेरी के चार डॉक्टर हैं।
मेहर तरार ने कहा सुनंदा पुष्कर से कभी नहीं मिली
एम्स का शव परीक्षण विभाग भी सुनंदा की मौत के पीछे का कारण नहीं पता लगा सका। नवंबर 2015 में सुनंदा की मौत को अप्राकृतिक बताया था, लेकिन जहर की संभावना से इनकार किया था।
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BBM से आगे बढ़ेगी जांच
एक और मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट से स्पष्ट नहीं होने पर, एसआईटी अब सुनंदा के बीबीएम से आगे की जांच करेगी। अमेरिका की एक अदालत ने अधिकारियों से ब्लैकबेरी मोबाइल के चैट को वापस लाने को कहा है। सुनंदा के बीबीएम चैट डिलीट पाए गए थे। इस संबंध में अहमदाबाद की एक लैब से सुनंदा के लैपटॉप की फोरेंसिक रिपोर्ट भी आनी है।
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थरूर से हुई थी तकरार
17 जनवरी 2014 की रात को एक पांच सितारा होटल के एक कमरे में 51 वर्षीय सुनंदा मृत मिली थीं। उनके मृत मिलने से एक दिन पहले थरूर के साथ तरार के प्रेम प्रसंग को लेकर उनकी उसके साथ ट्विटर पर तकरार हुई थी।
सुनंदा की मौत के मामले में थरूर सहित कई व्यक्तियों से पूछताछ की गई थी। पुलिस ने थरूर के घरेलू सहायक नारायण सिंह, चालक बजरंगी और दोस्त संजय दीवान का पॉलीग्राफ परीक्षण भी कराया था। [एजेंसी]