नई दिल्ली – सुनंदा पुष्कर हत्या मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से गठित एसआईटी ने शुक्रवार को लीला होटल के कर्मचारियों से पूछताछ की। साथ ही जिस कमरे में सुनंदा की लाश मिली थी उसकी भी जांच की। सुंनदा पुष्कर का शव पिछले साल लीला होटल के रूम नंबर 345 में मिला था।
इससे पहले पांच सदस्यीय एसआईटी टीम ने गुरूवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर के नौकर नारायण सिंह से छह घंटों तक पूछताछ की थी। सूत्रों के अनुसार सिंह इस केस में अहम कड़ी साबित हो सकता है क्योंकि वह सुनंदा के भी करीब था। सिंह ने ही पिछले साल नवंबर में एसडीएम के सामने सुनंदा और शशि थरूर के लीला होटल के रूम नंबर 345 में झगड़े की बात कही थी।
एसआईटी ने उससे गुरूवार को दक्षिण दिल्ली के हौज खास पुलिस स्टेशन में बात की। उसे जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया गया था जिसके बाद वह हिमाचल प्रदेश में अपने गांव से गुरूवार सुबह आया था। जानकारी के अनुसार उसने बताया कि, 17 जनवरी को शशि थरूर ने उसे कुछ कागजों के साथ बुलाया था। जब वह सुइट में घुसा उस समय सुनंदा पुष्कर सो रही थीं। उसके बाद वह कमरे में नहीं गया और रात नौ बजे उसे मौत की खबर का पता चला। नारायण ने साथ ही बताया कि मौत से दो दिन पहले सुनंदा से मिलने के लिए एक व्यक्ति होटल में आया था। इस व्यक्ति का नाम सुनील साहब बताया जा रहा है।
वहीं इस मामले में दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि परिस्थितिजन्य सबूतों के अनुसार सुनंदा को एल्प्राजोलम जहर दिया गया था। इसमें बताया गया है कि यह जहर खाने में या फिर इंजेक्शन के रूप में दिया गया था। साथ ही शरीर पर पाई गई चोटें चार दिन से 48 घंटों के बीच की थी। मौत से पहले सुनंदा को कोई बीमारी नहीं थी।