जम्मू में 8 साल की बच्ची के साथ हुए बलात्कार-हत्या के मामले में राजनेता-कलाकार पवन कल्याण ने हैदराबाद में विरोध किया।
पवन ने महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को रोकने के लिए कानून को सशक्त किए जाने की मांग की और यह भी कहा कि यदि महिलाओं के खिलाफ होने वाले इस तरह के क्राइम को रोकने के लिए किसी को कानून हाथ में लेना पड़ता है तो वह भी करें।
मीडिया से बातचीत में पवन ने एक्ट्रेस श्री रेड्डी के बारे में भी बात की जिन्होंने तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के कुछ बड़े नामों के खिलाफ सेक्सुअल हरासमेंट के आरोप लगाए थे और टॉपलेस होकर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
पवन ने श्री के लिए कहा- यदि उन्हें न्याय चाहिए तो उ्नहें पुलिस स्टेशन या कोर्ट जाना चाहिए ना कि टीवी स्टेशनों पर। पवन ने कहा- कोर्ट में अपना केस लड़ने की बजाए यदि वह टीवी चैनलों पर बातचीत करती रहेंगी तो इसका कोई फायदा नहीं होने वाला है।
मीडिया सिर्फ संदेश पहुंचाने का काम कर सकता है। सिर्फ सरकारी विंग्स ही उसे न्याय दिला सकते हैं। मालूम हो कि रेड्डी ने यह आरोप लगाया था कि तमिल फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादातर महिलाएं काम में सेक्सुअल हरासमेंट और कास्टिंग काउच जैसी चीजों को सामना करती हैं। उन्होंने कहा कि स्ट्रगलिंग फीमेल एक्टर्स सबसे ज्यादा इसका शिकार होती हैं।
श्री रेड्डी उस वक्त सुर्खियों में आ गईं जब उन्होंने हैदराबाद में फिल्म कमीशन के दफ्तर के बाहर कपड़े निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया।
बता दें कि श्री ने हाल ही में फिल्म बाहुबली-2 में निगेटिव रोल प्ले करने वाले एक्टर राणा दग्गुबाती के भाई अभिराम दग्गुबाती पर आरोप लगाया था। इतना ही नहीं उन्होंने प्रोड्यूसर सुरेश बाबू के बेटे पर भी सेक्सुअली एब्यूज करने का आरोप लगाया था।
श्री ने वो तस्वीरें भी पब्लिक में जारी कर दीं जो उन्होंने प्राइवेट प्लेसेज में उनके साथ खींची थीं। श्री ने लेखक कोना वेंकट और निर्देशक शेखर कमुला पर भी आरोप लगाया था।