मध्य प्रदेश पुलिस को अजीब परिस्थिति का सामना करना पड़ा, जब एक पेड़ को छूने से रोकने पर जमा हुई भीड़ आक्रोशित हो गई और लोगों ने उस पर पथराव करना शुरू कर दिया।
इस पथराव में बनखेड़ी थाने के प्रभारी एस.एल. झारिया सहित 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। उग्र भीड़ ने कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया।
बता दें, राज्य के होशंगाबाद जिले के नयागांव में एक चमत्कारी पेड़ है जिसको छूने से बीमारियां दूर हो जाती है। इस विश्वास के चलते पेड़ के आस-पास बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।
स्थिति जब बिगड़ी लगी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को पेड़ से दूर रहने के लिए कहा, लेकिन लोगों ने पुलिस की बात मानने से इंकार कर दिया और वह पथराव करने लगी।
इस मामले में बनखेड़ी पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार, “पिपरिया से लगभग 15 किलोमीटर दूर नया गांव में एक महुआ का पेड़ है, जिसे स्थानीय लोग चमत्कारी बता रहे हैं। उनका दावा है कि इसे छूने से बीमारी दूर हो जाती है। इस अंधविश्वास के चलते यहां पिछले कुछ दिनों से भारी भीड़ जमा हो रही थी। प्रशासन ने हालात काबू में रखने के लिए क्षेत्र में निशेधाज्ञा 144 लागू कर दी और पेड़ को छूने आने वालों को रोका।”
पुलिस के अनुसार, बुधवार को बड़ी संख्या में लोग जमा हुए, उन्हें जब महुए के पेड़ के पास जाने से रोका गया तो वे बेकाबू हो गए और पुलिस पर हमला कर दिया।
भीड़ द्वारा फेंके गए पत्थरों से बनखेड़ी के थाना प्रभारी झारिया सहित छह पुलिस जवान घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया और इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
पुलिस के अनुसार, भीड़ द्वारा किए गए पथराव में कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं एक मोटरसाइकिल को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती है और महुआ के पेड़ तक लोगों को जाने की अनुमति नहीं है।