अयोध्या पर 9 नवंबर वाले फैसले के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई हो या नहीं इस पर सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच गुरुवार को फैसला करेगी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ गुरुवार को आपस में विचार करेगी।
गौरतलब है कि अयोध्या मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की ओर से आठ पुनर्विचार याचिकाएं दायर की गई हैं।
इन याचिकाओं में कहा गया कि नौ नवंबर के पांच सदस्यीय संविधान पीठ के फैसले में कई गलतियां हैं और कई विरोधाभास हैं लिहाजा उस फैसले पर पुनर्विचार करने की दरकार है।
पुनर्विचार याचिकाएं दायर करने की मियाद खत्म होने के आखिरी दिन यह याचिका सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राजीव धवन के नेतृत्व में दाखिल की गई।
ये याचिकाएं मौलाना मुफ्ती हसबुल्लाह, मोहम्मद उमर, मौलाना महफूज उर रहमान, मिसबाउद्दीन, रिजवान, हाजी महबूब, असद और अयूब की ओर से दायर की गई हैं।
पुनर्विचार याचिकाओं में कहा गया कि नौ नवंबर के फैसले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए क्योंकि यह कानून के विपरीत है। इसमें विरोधाभास है और पूर्ण न्याय का उल्लंघन है।
वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने मीडिया को बताया था कि आठ लोगों की ओर से पुनर्विचार याचिकाएं दायर की गई हैं।
इन याचिकाओं को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड समर्थन दे रही है। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर पुनर्विचार याचिकाओं पर ओपन कोर्ट में सुनवाई हुई तो उनकी ओर से वरिष्ठ वकील राजीव धवन पैरवी करेंगे।