उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी में स्विट्जरलैंड के एक युगल को स्थानीय युवाओं ने परेशान किया। रविवार (22 अक्टूबर) को हुई घटना में दोनों को पत्थर मारे गए और डंडों से पीटा गया। घटना का संज्ञान लेते हुए विदेश मामलों की मंत्री सुषमा स्वराज ने रिपोर्ट मांगी है और बताया कि मंत्रालय के अधिकारी युगल से मिलने अस्पताल जाएंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 24 साल के क्वेंटिन जेरेमी क्लार्क अपनी गर्लफ्रेंड मैरी ड्रोज के साथ 30 सितंबर को भारत आए थे। उन्होंने बताया कि आगरा में एक दिन बिताने के बाद वे फतेहपुर सीकरी रेलवे स्टेशन के नजदीक खड़े थे जब एक समूह ने उनका पीछा करना शुरू किया।
क्लार्क के अनुसार, ”शुरू में उन्होंने कुछ कहा, जो हमारी समझ में नहीं आया और फिर उन्होंने हमें रुकने को कहा ताकि वे मैरी के साथ सेल्फी ले सकें।” शोषण जल्द ही हमले में बदल आया। दोनों की पिटाई की गई जिसमें क्लार्क में सिर में चोट आई है। डॉक्टर ने कहा कि उसके एक कान पर लगी चोट से सुनने की क्षमता प्रभावित हुई है। ड्रोज का हाथ भी टूट गया है और कई जगह चोट के निशान हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, घायल अवस्था में दोनों वहीं पड़े रहे। आस-पास खड़े लोग अपने मोबाइल फोन पर उनकी विडियो उतारते रहे। भयावह अनुभव को याद करते हुए क्लार्क ने कहा, ‘लड़के मना करने के बावजूद हमारे साथ चलते रहे। पूरे रास्ते वह तस्वीरें लेते रहे और मैरी के पास आने की कोशिश करते रहे। जो कुछ भी हम समझ सके, उसके अनुसार वे हमारे नाम और आगरा में हमारे रहने की जगह पूछ रहे थे। उन्होंने हमें किसी जगह ले जाने को कहा, जिसपर हमने मना कर दिया। कुछ देर बाद मेरे ऊपर लाठियां और पत्थर बरसने लगे। जब मैरी ने रोका तो उसे भी नहीं छोड़ा गया। ड्रोज ने कहा कि पहले मुझे लगा कि वह एक महिला पर हमला नहीं करेंगे मगर वह गलत निकलीं। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता उन्होंने क्यों हमला किया। वे हमारा कोई सामान नहीं ले गए।”
ड्रोज ने इस बात से भी इनकार किया कि वे दोनों ‘किस’ कर रहे थे। किसी एक स्थानीय पुलिसकर्मी ने ‘भीड़ के गुस्से’ के पीछे इसी को वजह बताने की कोशिश की थी, जिसे ड्रोज ने ‘अफवाह’ करार दिया।