नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि अगर इमरान, भारत के साथ शांति चाहते हैं तो फिर उन्हें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को भारत को सौंपना होगा। स्वराज ने यह बात एक कॉन्फ्रेंस के दौरान कही है। सुषमा ने कहा कि अगर इतने ही बड़े राजनेता हैं और भारत के सााथ शांति की वकालत करते हैं तो फिर उन्हें अजहर को भारत भेजना होगा।
सुषमा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब चीन ने यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में मसूद को आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव में चौथी बार अड़ंगा लगा दिया है। स्वराज ने कहा, ‘इमरान खान बहुत ही ज्यादा कृतज्ञ हो रहे हैं। वह शांति वार्ता चाहते हैं। अगर इमरान इतने ही कृतघ हैं तो फिर वह मसूद अजहर को भारत को क्यों नहीं सौंप सकते हैं? अब हमें देखना है कि उनका दिल कितना बड़ा है। उन्हें अजहर को हमें सौंप देना चाहिए। वह मसूद को हमें क्यों नहीं सौंप देते हैं? ‘
चीन ने बुधवार को चौथी बार मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव में वीटो पावर का प्रयोग करके एक बार फिर अड़ंगा डाल दिया है। इसके साथ ही चीन ने अमेरिका, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम की ओर से आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव में फिर से टेक्निकल होल्ड लगा दिया। यह चौथी बार है जब चीन ने जैश के सरगना को आतंकी मानने से इनकार कर दिया।
भारत ने चीन के इस कदम को निराशाजनक करार दिया है। जैश के सरगना को आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव को 10 देशों का समर्थन हासिल था। मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव फ्रांस, यूके और अमेरिका की तरफ से 27 फरवरी को पेश किया गया था। पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद से ही मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने की मांग उठने लगी थी। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।
अजहर को यूएनएससी के 1267 नियम के तहत आतंकी घोषित करने की मांग की गई थी। पुलवामा हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की मांग है। 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले का जवाब देने के लिए भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट में जैश के अड्डे पर हवाई हमला किया था। इंडियन एयरफोर्स की एयर स्ट्राइक में जैश के आतंकियों को निशाना बनाया गया था। भारत का दावा है कि हमले में करीब 300 आतंकी मारे गए हैं।