नई दिल्ली [ TNN ] केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के विवादास्पद बयान को लेकर उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। राज्यसभा की कार्यवाही तो तीन बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर दो बजे तक स्थगित हो गई। दूसरी तरफ लोकसभा में विपक्ष की गैरमौजूदगी में ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों का ब्योरा पेश किया।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘भारत की विदेश नीति ने नए मुकाम हासिल किए हैं। हमने भारत की ‘लुक ईस्ट’ नीति को ‘एक्ट ईस्ट’ नीति बनाया। यूएन जनरल असेंबली में हिंदी में मोदी का भाषण देश के लिए गर्व का विषय और योग दिवस के उनके प्रस्ताव को दुनियभर में व्यापक समर्थन मिल रहा है।’
इससे पहले राज्यसभा में भी विपक्षी सांसदों ने मंत्री को बर्खास्त करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर जोरदार हंगाम किया। सीपीएम के सीताराम येचुरी ने कहा कि सिर्फ माफी मांग लेना स्वीकार्य नहीं है, साध्वी निरंजन के बयान से सरकार ने हमारा अपमान किया है। कांग्रेस ने संसद में मांग की कि साध्वी निरंजन ज्योति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
लोकसभा में भी लगातार दूसरे दिन विपक्ष ने सरकार को घेरा और कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, लेफ्ट पार्टियों समेत विपक्षी दलों ने इस मंत्री को बर्खास्त करने और प्रधानमंत्री से जवाब देने की मांग की। प्रश्नकाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के चलते सदन की कार्यवाही करीब 11 बजकर 37 मिनट पर पौने बारह बजे तक के लिए स्थगित भी करनी पड़ी।
प्रश्नकाल समाप्त होने पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। प्रश्नकाल में विपक्षी दल के सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास आकर मंत्री के इस्तीफे की मांग और नारेबाजी करने लगे। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि कल इस विषय पर बातें हो चुकी है, सदस्य अपने विचार रख चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘आपको बोलने दिया गया है। अब कृपया सदन को चलने दें। शून्यकाल में अपनी बात रखें।’
उन्होंने यह भी कहा, ‘सदस्यों के मुख से कुछ बातें निकल जाती है, लेकिन सभी को इसका ध्यान रखना चाहिए। खेदजनक है कि मुझे हंगामे के दौरान सदन चलाना पड़ता है। मैं सबका सहयोग चाहती हूं।’ इस पर सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘कल प्रधानमंत्री सदन में नहीं थे। आज प्रधानमंत्री आए हैं। एक मंत्री ने ऐसा बयान दिया और अपना अपराध मान लिया है। अब प्रधानमंत्री बताएं कि माफी मांगने वाले मंत्री पर क्या कार्रवाई की गई।’