डिंडोरी- मध्य प्रदेश के डिंडोरी में स्वाधार गृह नगाड़ों और शहनाइयों के सुर से गूंज उठा ! दरअसल यहाँ धूमधाम से एक आदिवासी परिवार की बेसहारा और अनाथ लड़की सावित्री मरावी शादी के पवित्र बंधन में बंधने जा रही है ! स्वाधार गृह में शादी की तमाम पारम्परिक रस्में भी निभाई जा रही है !
ख़ुशी के इस पल में कोई गीत गा रहा है तो कोई नाच रहा है और इस पल को देखकर हर कोई हैरत में है कि दो साल पहले सावित्री के माँ बाप का साया सिर से उठ जाने के बाद उसके अपने ही सगे संबंधियो और रिश्तेदारों ने भले ही घर से निकाल दिया ! लेकिन एक समाजसेवी संस्था बेसहारा सावित्री और उसकी बहन प्रकाशमति के लिए उम्मीद की किरण बन गई !
इस समाज सेवी संस्था ने दोनों बेसहारा बहिनो को आश्रय दिया और अपने पैरों में खड़े होने के तमाम गुर भी सिखाये इतना ही संस्था ने अब निजी खर्चे पर इस बेसहारा लड़की के लिए अच्छा सा वर तलाश लिया और उसके हाथ पीले करने का बीड़ा उठाया !
अब सावित्री को जीवन साथी मिल जाने से वो बेहद खुश है ! स्वाधार गृह में करीब साठ ऐसी महिलायें और बच्चियां निवास कर रही है जिनके उनके ही अपनों ने उन्हें बेसहारा छोड़ दिया लेकिन इस संस्था ने जो कर दिखाया वो वाकई तारीफ़ के काबिल है ! स्वाधार गृह में आश्रय ले रही महिलाओ और बच्चियों को न सिर्फ शिक्षा दी जाती है बल्कि उनकी योग्यता के अनुसार अपने पैरों में खड़े होकर रोजगार से जुड़ने के अवसर भी दिए जा रहे है ! बहरहाल अपनों और समाज से ठोकर खाई इन महिलाओं को अब जीने की एक नई राह भी मिल गई !
रिपोर्ट-@दीपक नामदेव