शाहजहांपुर कानून की छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोपों में एसआईटी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, स्वामी चिन्मयानंद की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। एसआईटी ने पहले तो गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात जिला पुलिस लाइन में स्वामी चिन्मयानंद से घंटों पूछताछ की। इसके बाद शुक्रवार को एसआईटी ने चिन्मयानंद के मुमुक्ष आश्रम सहित उन कई संस्थानों को अपने कब्जे में ले लिए, जो संदिग्ध हैं।
आईएएनएस के अनुसार चिन्मयानंद के दिव्यधाम को बीती रात ही कब्जे में ले लिया गया था। यहां मात्र एक कमरा चिन्मयानंद के सोने भर के लिए छोड़ा गया है। शाहजहांपुर पुलिस सूत्रों के मुताबिक, “शुक्रवार को मुमुक्ष आश्रम से संबद्ध सभी संस्थाओं को तीन दिनों के लिए बंद कर उसे कब्जे में ले लिया गया हैं, ताकि एसआईटी जांच में कहीं कोई व्यवधान उत्पन्न न हो।”
भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की अब तक हुई जांच से यह तकरीबन सामने आने लगा है कि पूरे षडयंत्र की जड़ में मुख्य वजह ‘ब्लैकमेलिंग-वसूली’ रही है!
एसआईटी को अब सिर्फ यह सिद्ध करना है कि इनमें पीड़ित और मुलजिम कौन है? इस षडयंत्र की तह तक जाने पर ऐसा महसूस होता है कि क्या स्वामी से मोटी रकम वसूले जाने के बाद लड़की को ठिकाने लगाने का षडयंत्र भी रचा गया था? थाने में स्वामी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर ने मगर पूरे षडयंत्र को तहस-नहस कर दिया!
हालांकि एसआईटी की ओर से इस कदम के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। सूत्रों ने बताया कि एसएसएमबी को खुला छोड़ा गया है, जबकि धर्मसभा इंटर कॉलेज, एसएस लॉ कॉलेज और एसएस कॉलेज को भी तीन दिनों के लिए एसआईटी ने अपने कब्जे में ले लिया है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार रात एसआईटी ने रिजर्व पुलिस लाइन में चिन्मयानंद से पूछताछ की। इस दौरान चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह भी मौजूद थे।
कथित तौर पर चिन्मयानंद से वायरल वीडियो को लेकर पूछताछ की गई, जिसमें वह एक लड़की से मसाज कराते दिख रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, हालांकि उन्होंने सभी आरोपों से इंकार किया है।