नई दिल्ली [ TNN ] कालेधन का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब स्विट्जरलैंड के बड़े बैंक भी इस मामले में भारतीय ग्राहकों से किनारा कर रहे हैं। स्विट्जरलैंड के बड़े बैंक कुछ ऐसे भारतीय क्लाइंट्स से किनारा करने लगे हैं, जिन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है और जो भविष्य में मुश्किल का सबब बन सकते हैं। बैंक को लगता है कि इन लोगों की वजह से भविष्य में मुश्किल पैदा हो सकती है।
कम से कम 4 भारतीयों को उनके स्विस बैंकों ने कहा है कि वे 31 दिसंबर तक अपनी रकम निकाल लें। इनमें से एक शख्स दिल्ली का है और 3 मुंबई के हैं।
अगले हफ्ते सरकार सुप्रीम कोर्ट में काले धन वालें के नाम बताने जा रही है। भारत सरकार ने जो लिस्ट तैयार की है उसमें 800 नाम हैं। सरकार फिलहाल 136 लोगों की लिस्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी।
आपको बता दें कि भारत में काले धन पर कांग्रेस और भाजपा में लगातार वाकयुद्ध चल रहा है। काले धन वालों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। वित्त मंत्री अरुण जेतली ने यूपीए के मंत्री का नाम होने के संकेत दिए हैं। जर्मनी और स्विट्जरलैंड के बैंकों में यूपीए सरकार के कुछ मंत्रियों और कांग्रेस पार्टी के कुछ सदस्यों का काला धन जमा है, इस बात की आंशका बढ़ गई है।
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि वह यूपीए के पूर्व मंत्रियों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं का काला धन विदेशी बैंकों में जमा होने की अटकलों पर अपनी मुहर भी नहीं लगा रहे हैं। काले धन का मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया है। मोदी सरकार कह रही है कि अगर काले धन पर नाम बताए तो कांग्रेस शर्मिंदा होगी। वहीं कांग्रेस कह रही है धमकाइए मत नाम बताइए। – एजेंसी