नई दिल्ली [ TNN ] काले धन को वापस लाने के मामले में भारत को एक बड़ी कामयाबी मिली है। स्विटजरलैंड सरकार ने कहा है कि वह समय-समय पर स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन के बारे में जानकारी देती रहेगी। साथ ही कहा कि वह प्राथमिकता के आधार पर भारत के आग्रह की समिक्षा करेगा। भारत और स्विस के अधिकारियों के बीच कर मामलों पर उच्चस्तरीय बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि स्विस अधिकारी भारतीय पक्ष के आग्रह के बाद बैंक दस्तावेजों के सही होने के बारे में पुष्टि हासिल करने में भी मदद करेंगे। साथ ही वे गैर बैंकिंग सूचनाओं के आग्रह पर भी तेजी से सूचना उपलब्ध कराएंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले स्विटजरलैंड स्विस बैंको में जमा काले धन के कथित मामलों पर भारतीय प्राधिकारियों को सूचनाएं साझा कराने से लगातार इनकार कर रहा था। काले धन के बारे में सूचना मुहैया कराने संबंधी निर्णय दोनों देशों के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों की बर्न में हुई उच्च स्तरीय बैठक में किया गया।
बयान में कहा गया है कि स्विटजरलैंड के सक्षम अधिकारी भारतीय पक्ष को मांगी गई सूचना समयबद्ध तरीके से उपलब्ध कराएंगे। या फिर इसकी वजह बताएंगे कि तय समयसीमा में कोई सूचना क्यों नहीं उपलब्ध कराई जा सकी। स्विटजरलैंड सरकार के बयान में कहा गया है कि इसके साथ ही दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रखने पर भी सहमति बनी है। स्विस बैंकों में जमा भारतीयों का कथित काला धन भारत में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा रहा है और नई सरकार ने कहा है कि वह इस मुद्दे से निपटने के लिए कटिबद्ध है।
स्विस नेशनल बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2013 तक स्विस बैंकों में भारतीयों का कुल जमा धन 14,000 करोड़ रूपये से अधिक है। यह आंकड़ा एक साल पहले की तुलना में 42 प्रतिशत अधिक है।