तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टापू सेना के सभी किरदार राज अनादकत (टापू), समय शाह (गोगी), निधि भानुशाली (सोनू), कुश शाह (गोली) और अजहर शेख़ (पिंकू) दिलखुश स्पेशल स्कूल, मुंबई के विद्यार्थियों द्वारा बनाये गए हस्तशिल्प प्रदर्शनी के उद्घाटन के लिए पहुंचे । वहां उन्होंने विद्यार्थियों एक साथ काफी समय बिताया और उनकी हौसला अफजाई करी। “वहां के सभी विद्यार्थी बहुत बड़े कलाकार हैं। उन्होंने अपने हाथों से बहुत खूबसूरत लकड़ी के खिलोने, कढ़ाई करी हुई कशीदेकारी वाली चादर, नेपकिन व तौलिये और अचार नमकीन वगैरह बनाये हुए थे । सभी के सभी किसी न किसी कला में माहिर हैं | उनसे मिलकर बहुत ही आनंद हुआ। हम लोगों से मिलकर उनके चेहरे पर जो ख़ुशी आई वो बहुत ही सुखद अनुभव था । असित मोदी जी ने इस शो को हमेशा सकारात्मक रक्खा है और उसका प्रभाव वहां साफ नजर आ रहा था,” राज अनादकत ने कहा।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा को पिछले नौ सालों से लगातार दर्शकों का प्यार और सम्मान मिलता रहा है । एक साफ सुथरा हंसी मजाक से भरपूर ये पारिवारिक शो हमेशा सामाजिक मुद्दों को प्रति जागरूकता पैदा करता रहता है और अलग अलग इशू को सपोर्ट किया है | शो की अलग अलग कहानियों में एक मनोरंजक तरिके से सामाजिक मुद्दों को उठाने के साथ शो के निर्माता व कलाकार असल जीवन में भी इन पर सक्रीय रहते हैं । स्वच्छ भारत से लेकर सैनिको के साथ एकजुटता दिखाने से भिन्न योग्यता वाले व्यक्तियों को समर्थन देने तक – ऐसे सभी मुद्दों को शो प्रतीक स्वरूप ही नहीं दिखाता बल्कि असल में अमल भी करता है।
शो के क्रिएटर असित कुमार मोदी का कहना है , ” हमें जब दिलखुश स्पेशल स्कूल से वहां जाने का निमंत्रण मिला तो हमने तुरंत ही स्वीकार कर लिया । बौद्धिक रूप से चैलेंज्ड व्यक्तियों द्वारा बनाई गई हस्तशिल्प वस्तुओं की प्रदर्शिनी करना एक बहुत ही सुंदर विचार है । वहां सभी तारक मेहता का उल्टा चश्मा के किरदारों को पहचान गए और खुश हुए। मैने हमेशा ही इस बात पर अमल किया है कि मनोरंजन सकारात्मक और पारिवारिक होना चाहिए । इसीलिए हमारे अब तक के बनाये हए सभी शो साफ सुथरे और शिक्षाप्रद रहे हैं| क्योंकि टेलीविजन लोगों की विचारधारा पर प्रभाव डालता है, हमने सामाजिक बुराइयों के बारे में जारूकता फैलाई है और सकारात्क विचारधारा पर जोर दिया है। “