राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के पूर्व नेता तारिक अनवर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए।
अनवर पांच बार बिहार के कटिहार से सांसद रह चुके हैं। माना जा रहा है कि वह कांग्रेस के टिकट पर अगला लोकसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स से यह भी खबर आ रही है कि वे लालू प्रसाद यादव के सहयोग से महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे।
एनसीपी से इसलिए दिया था इस्तीफा
अनवर ने एनसीपी से इस्तीफा देने के बाद कहा था, ‘जब राफेल मामले में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ विपक्ष आवाज उठा रहा है तो पवार साहब (राकांपा प्रमुख) प्रधानमंत्री का बचाव करने वाला बयान दे रहे हैं। ऐसे में मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।’ अनवर ने कहा था, ‘मैंने लोकसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।’
जब से उन्होंने शरद पवार का 19 साल पुराना साथ छोड़ा तभी से कांग्रेस उनके स्वागत के लिए तैयार थी। उनका नाता कांग्रेस से बेहद पुराना है। इसी पार्टी से उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।
साल 1976 में वह युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे और साल 1980 में बिहार के कटिहार से कांग्रेस के टिकट पर पहली बार सांसद बने। उन्होंने 1999 में कांग्रेस का दामन छोड़ दिया था।
अनवर ने शरद पवार और पीए संगमा के साथ मिलकर एनसीपी का गठन किया। सभी ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर पार्टी छोड़ी।
बताया ये भी जाता है कि सोनिया गांधी के सीताराम केसरी के साथ किए बर्ताव के कारण अनवर ने पार्टी छोड़ी।
तारिक अनवर के एनसीपी छोड़ने के फैसले का स्वागत राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने भी किया और उन्हें अनुभवी नेता बताया।