श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन की सरकार बननी तय हो गई है। दोनों पार्टियों के बीच समझौतों के मुताबिक पीडीपी प्रमुख मुफ्ती मोहम्मद सईद राज्य के अगले मुख्यमंत्री जबकि बीजेपी के निर्मल सिंह उप-मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। अब 17 जनवरी तक कभी भी वहां नई सरकार शपथ ले सकती है।
ऐसा लगता है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को तगड़ा झटका लगने और 17 जनवरी, 2015 तक जम्मू-कश्मीर में सरकार बना लिए जाने की बाध्यता ने बीजेपी को पीडीपी के साथ समझौतों में नरमी लाने को मजबूर किया है। आरएसएस के प्रभावी नेता इंद्रेश कुमार ने कहा, जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी ने साथ मिलकर सरकार बनाने का फैसला किया है। इसलिए, दोनों पार्टियां इस दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
इंद्रेश कुमार के इस बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी ने धारा 370, सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून और राज्य विषय जैसे विवादास्पद मुद्दों पर अपने तेवर में नरमी लाई है। इन्ही मुद्दों पर पीडीपी और बीजेपी के बीच सरकार गठन को लेकर पेंच फंसे थे। चूंकि 17 जनवरी, 2015 तक सरकार बनाने का समय है, इसलिए दोनों पार्टियां इन मुद्दों पर एक-दूसरे का अंतिम और स्पष्ट रुख आने का इंतजार कर रही थीं।
इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट किया था कि बीजेपी अपनी भूमिका तय करते समय जिन तीन एजेंडे को ध्यान में रखेगी वे हैं- एकता एवं संप्रभुता और विकास एवं क्षेत्रीय संतुलन। पीडीपी संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भी अपनी चुनावी रैलियों में इन्हीं तीनों मुद्दों का उठाया था। कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि वह सरकार बनाने को लेकर हड़बड़ी में नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने बीजेपी के साथ सहमति की दिशा में बढ़ने की ओर भी इशारा किया था।
इस बार विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने खंडित जनादेश दिया है। पीडीपी 28 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है जबकि बीजेपी 25 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली हैं।