पश्चिम बंगाल के एक निजी स्कूल में एक और मासूम छात्रा के साथ यौन शोषण की खबर आई है। घटना साउथ कोलकाता के एक निजी स्कूल की है। अभिभावकों की शिकायत पर आरोपी डांस टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है। बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने भी दोषी पाए जाने पर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
घटना गुरुवार की है। गुरुवार शाम घर लौटकर दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली चार साल की मासूम छात्रा ने अपने परिजनों को डांस टीचर की गंदी हरकतों के बारे में बताया। नाराज अभिभावक शुक्रवार को स्कूल जा पहुंचे और स्कूल परिसर के बाहर आरोपी टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन भी किया।
अभिभावकों की शिकायत पर आरोपी डांस टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी टीचर के खिलाफ POCSO ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि दक्षिण कोलकाता के एक प्राथमिक स्कूल के डांस टीचर सोमेन राणा को कक्षा दो की छात्रा से दुर्व्यवहार करने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना की निंदा करते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि यदि ऐसा पाया गया कि छात्रा की सुरक्षा संबंधी दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है, तो संबंधित स्कूल के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ उन्होंने कहा कि स्कूल अथॉरिटीज को छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। विशेष तौर पर लड़कियों के स्कूल में छात्रों की सुरक्षा पुरुष कर्मचारियों पर नहीं सौंपी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमने स्कूलों के लिए सुरक्षा के नए दिशानिर्देश तैयार किए हैं, यदि इन दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जाता है तो सरकार व संबंधित विभाग निश्चित रूप से उचित कार्रवाई करेंगे। स्कूल और आरोपी टीचर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों ने इसके लिए स्कूल मैनेजमेंट को जिम्मेदार ठहराया।
अभिभावकों की शिकायत है कि स्कूल में पर्याप्त सुरक्षा के उपकरण जैसे सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं और सभी बालिका विद्यालयों में पुरुष शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। विरोध प्रदर्शन में शामिल एक अभिभावक ने कहा कि स्कूल बहाना बना रहा है कि मरम्मत कार्य के चलते सीसीटीवी कैमरे हटाए गए हैं।
एक अन्य अभिभावक ने सवाल उठाते हुए कहा कि लड़कियों के स्कूल में पुरुष शिक्षक क्यों रखे गए हैं? खास तौर पर डांस और फिजिकल ट्रेनिंग के लिए, जिसमें शारीरिक गतिविधियां शामिल होती हैं, जबकि इसे महिला शिक्षकों द्वारा सिखाया जाना चाहिए।
बताते चलें कि कोलकाता में ही करी एक महीने पहले इसी तरह की घटना सामने आई थी, जिसमें दो फिजिकल ट्रेनिंग टीचर्स द्वारा एक चार साल की लड़की का यौन उत्पीड़न करने का मामला सामने आया था। उस वारदात को लेकर भी हफ्ते भर अभिभावकों द्वारा प्रदर्शन करने के बाद दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया था।