तेजस्वी यादव ने कहा,” जब मुख्यमंत्री के सैंपल को कोरोना टेस्ट के लिए भेजा जाता है तो रिपोर्ट दो घंटों में आ जाती है लेकिन आदमी को पांच से सात घंटे लगते हैं। अब सीएम के आवास को एक वेंटिलेटर युक्त अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है जबकि गरीब आदमी मेडिकल सुविधा न होने की वजह से परेशान है।”
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में कोरोना वायरस एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहै है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास में रह रहीं उनकी एक भतीजी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश ने भी कोरोना वायरस की जांच करायी थी और शनिवार को आयी उनकी रिपोर्ट निगेटिव थी।
अब इस पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हमला किया है। उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट 2 घंटों में आ जाती है लेकिन आम आदमी को पांच से सात दिन इंतजार करना पड़ता है।
तेजस्वी यादव ने कहा,” जब मुख्यमंत्री के सैंपल को कोरोना टेस्ट के लिए भेजा जाता है तो रिपोर्ट दो घंटों में आ जाती है लेकिन आदमी को पांच से सात घंटे लगते हैं। अब सीएम के आवास को एक वेंटिलेटर युक्त अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है जबकि गरीब आदमी मेडिकल सुविधा न होने की वजह से परेशान है।”
बता दें कि उच्च पदस्थ सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि मुख्यमंत्री की भतीजी के सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने पर उन्हें पटना के एक अस्पताल के पृथकवास वार्ड में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग परिसर को संक्रमणमुक्त किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने भी कोरोना वायरस की जांच करायी थी और शनिवार को आयी उनकी रिपोर्ट निगेटिव थी।