अलवर : अलवर जिले की रामगढ़ तहसील के जुगरावर गांव में शनिवार को ”लव जिहाद” के कथित मामले को लेकर माहौल तनावग्रस्त हो गया।
शनिवार को कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने एक महापंचायत बुलाई थी जो बाद में हिंसक हो गई।
प्रदर्शनकारियों ने अलवर-भरतपुर रोड पर जाम लगा दिया और वहां मौजूद वाहनों में तोड़फोड़ की। मौक पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
सूत्रों के मुताबिक, जब पुलिस ने भीड़ को शांत करने की कोशिश की और प्रदर्शनकारियों से जाम हटाने को कहा तो नाराज भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर जाम करने वाले लोगों को खदेड़ दिया। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने एक बाइक में आग लगा दी और बस व ट्रोले में तोड़फोड़ कर दी।
गुस्साए लोगों ने ट्रक में आग लगाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे बचा लिया। इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है।
हालांकि, पुलिस ने हिंसा पर काबू कर लिया है फिर भी रामगढ़ में तनाव व्याप्त है। हाल ही में एक उम्मीदवार की मृत्यु के बाद यहां विधानसभा चुनाव स्थगित करने पड़े थे।
स्थानीय प्रशासन ने हालात काबू करने के लिए सुरक्षाबलों की रिजर्व कंपनियां तैनात कर दी हैं। महापंचायत के वक्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
एक अफसर ने बताया, ‘हम हालात पर निगाह रखे हुए हैं, कुछ लोगों ने जनता की भावनाएं भड़काई थीं, वे हमारी नजर में हैं।’
वरिष्ठ अधिकारी तनावग्रस्त इलाके में पहुंच गए हैं, जहां महापंचायत ने एक समुदाय का बहिष्कार करने का आह्वान किया था।
हालांकि, महापंचायत में बोलने वालों का कहना है कि उन्होंने अपने डर और चिंता से अवगत करने के लिए खुद ही अफसरों को बुलाया था।
पुलिस का कहना है कि आरोपियों को हिंसा में कथित भागीदारी के लिए हिरासत में लिया गया है। हिंसा में शामिल लोगों को पहचानकर उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे। रामगढ़ में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
कुछ समय पहले यहां गोवध और गोतस्करी को लेकर भीड़ ने 25 साल के युवक की जान ले ली थी।
इस बीच, हिंसा की घटनाएं फिर से न हों यह सुनिश्चित करने के लिए गांव में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।