सतना क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाले पांच लोगों को हिरासत में लिया है।
बुधवार शाम को क्राइम ब्रांच की टीम ने राज्य में अलग-अलग जगह पर दबिश देकर आरोपियों का हिरासत में लिया है। पुलिस अक्षीधक रियाज इकबाल ने मामले की पुष्टि की है।
मामले की सूचना मिलने पर एटीएस की टीम सतना पहुंच गई है। इनके फोन में 13 पाकिस्तानी नंबर मिले हैं। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
सूत्रों की मानें तो आरोपियों के नाम बलराम सिंह, भागवेंद्र सिंह, सुनील सिंह, शुभम तिवारी। वहीं पांचवे आरोपी के नाम का पता नहीं चल पाया है। बलराम को इससे पहले भी भोपाल एटीएस ने आठ फरवरी 2017 को गिरफ्तार किया था।
वहीं भागवेंद्र सिंह को इंदौर एसटीएस ने गिरफ्तार किया था। इसके अलावा सुनील सिंह 2014 से देश विरोधी गतिविधियों में शामिल था लेकिन उसे एटीएस पकड़ नहीं पाई थी।
आरोपियों के पास मिले पाकिस्तानी नंबर
क्राइम ब्रांच को आरोपियों के पास मौजूद फोन और लैपटॉप से 13 पाकिस्तानी नंबर मिले हैं। इन नंबरों के जरिए वह आतंकियों के फंड मैनेजर से वीडियो कॉलिंग, मैसेंजर कॉल और व्हाट्सएप चैट किया करते थे।
सूत्रों ने बताया कि बलराम गिरफ्तारी के बाद जमानत पर बाहर आया था और उसने दोबारा यह काम शुरू कर दिया।
कमीशन पर करते थे फंड ट्रांसफर
बताया जा रहा है कि आरोपी पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से बात किया करते थे। इसके बाद अपने खाते में पैसा जमा करवाकर उन्हें आतंकियों तक सप्लाई करते थे।
आरोपी बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ से जुड़े संदिग्ध लोगों को बैंक खातों और हवाला के जरिए कमीशन के आधार पर पैसे ट्रांसफर करते थे।
पुलिस कर रही पूछताछ
पुलिस ने बलराम, सुनील सिंह और शुभम तिवारी को गहन पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है। वहीं दो अन्य आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
हिरासत में लिए आरोपियों के लिंक और संबंध इंदौर और भोपाल दोनों में हैं। इंदौर पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर इन्हें पकड़ा गया है।