श्रीनगर : 2 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले दक्षिणी कश्मीर के पंपोर में शनिवार शाम को घात लगाए आतंकियों ने सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस पर बड़ा किया। हमले में 8 जवान शहीद हो गए, जबकि 24 गंभीर रूप से घायल हैं। जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ जवानों ने दो आतंकियों को मार गिराया। सीआरपीएफ कमांडेट राजेश यादव ने बताया कि 161 बटालियन के जवान फायरिंग रेंज से प्रैक्टिस करने के बाद बस में वापस श्रीनगर लौट रहे थे। तभी नेशनल हाईवे पर कार से आए आतंकियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। हमले के दौरान आतंकियों ने बस में घुसने की कोशिश भी की। वे लोग बस के अंदर घुस पाते इसके पहले ही सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) ने दो आतंकियों को मार गिराया।
हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली है। मारे गए आतंकियों के पास से दो एके-47 राइफल, 11 मैगजीन, 6 हथगोले और गोला बारूद बरामद हुए हैं। इस महीने में सुरक्षा बलों पर आतंकियों का यह चौथा हमला है। इससे पहले के तीन हमलों में पांच पुलिस और बीएसएफ के जवान शहीद हो गए थे, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
सीआरपीएफ के महानिरीक्षक नलिन प्रभात ने बताया कि श्रीनगर की तरफ से दो आतंकी आ रहे थे। वे कार में थे। उन्होंने बस के सामने बीच सड़क पर कार रोक दी और फायरिंग शुरू कर दी। बस के आगे के दोनों टायर फट गए। इसके बाद वे कार से बाहर आकर गोलीबारी शुरू कर दी।
[box type=”note” ]2013 के बाद के हमले
3 जून, 2016 : अनंतनाग के बिजबिहारा में बीएएसएफ की बस पर हमला, 2 जवान शहीद, 5 घायल।
20 फरवरी, 2016 : पंपोर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला, 5 जवान शहीद, 3 आतंकी ढेर।
5 अगस्त, 2015 : उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमला, 2 जवान शहीद, एक आतंकी ढेर, एक को दबोचा।
5 दिसंबर, 2014 : उरी में सेना के कैंप पर आतंकी हमले में 8 सेना के जवान व 3 पुलिसकर्मी शहीद, 6 आतंकी ढेर।
24 जून, 2013 : श्रीनगर के हायदेपोरा में सेना के काफिले पर हमला, आठ जवान शहीद और 11 घायल।[/box]
रिपोर्ट के मुताबिक हमले को चार आतंकियों ने अंजाम दिया है। जिनमें से दो को सीआरपीएफ जवानों ने मार गिराया जबकि दो आतंकी स्थानीय लोगों की मदद से फरार हो गए। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीआरपीएफ के डीजी से हमले की जानकारी ली है। राजनाथ सिंह ने जवानों की मौत पर शोक जताया है। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक के. राजेंद्र ने बताया कि मारे गए आतंकी पाकिस्तानी लग रहे हैं।
दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने शुक्रवार को इफ्तार पार्टी दी थी। इसमें कश्मीरी अलगाववादी भी शामिल हुए। जब मीडिया ने बासित से पंंपोर के आतंकी हमले के बारे में पूछा तो बासित ने कहा कि यह रमजान का माह है। इफ्तार पार्टी पर ध्यान दें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पंपोर में एक आतंकवादी हमले में शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के आठ जवानों की मौत पर गहरा दुख प्रकट किया और उनके साहस को सलाम किया। मोदी ने Tweet किया कि मैं जम्मू कश्मीर में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के साहस को सलाम करता हूं। उन्होंने पूर्ण समर्पण भाव से राष्ट्र की सेवा की। उनकी मौत से गहरा दुख हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमले में शहीद हुए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायल शीघ्र स्वस्थ हो जाएं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संदेश में कहा कि जवानों का बलिदान सर्वाेपरि है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। हम शहीदों के परिवारों के साथ इस दुख की घड़ी में साथ खड़े हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की काम की। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने भी मारे गए शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।