अमेठी- क्रिटिकल गैप्स योज़ना के तहत बनने वाली सड़को को लेकर कार्यदायी संस्था उप्र ग्रामीण आवास परिषद ने ”तू डाल डाल मै पात पात” वाली राह अख्तियार कर ली है। जिसके चलते इस संस्था द्वारा अमेठी के मुसाफिरखाना में कस्तूरबगांधी आवासीय बालिका विद्यालय को जोड़ने वाली सड़क में भृष्टाचार की सुरंग सी बनती दिख रही है ।
क्या है पूरा मामला –
सड़क निर्माण की कार्यदायीं संस्था उप्र ग्रामीण आवास परिषद द्वारा क्रिटिकल गैप्स योजना के तहत बनाये गए मुसाफिरखाना नगर पंचायत अन्तर्गत कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के इंटरलॉकिंग महज सौ मीटर लम्बाई के सम्पर्क मार्ग की लागत 9 लाख 49 हजार 7 सौ रुपये दिखाकर शिलापट्ट तो लगा दिया था।
लेकिन सिला पट्ट में सड़क की लम्बाई न दिखा कर कई प्रश्नों को भी उकेर दिया था जिसको लेकर ”तेज न्यूज़” ने घोटाला: ‘जाँच हुई तो खुलेगी अधिकारियो की पोल’ नाम से खबर चलायी थी समाचार के प्रकाश में आने के बाद सम्बन्धित विभाग के अधिकारियो सहित अन्य लोगो ने भी इस बाबत संवाददाता से बातचीत भी की थी मामले को तूल पकड़ता देख आनन फानन में कार्यदायी संस्था ने शिलापट्ट पर सड़क की लंबाई तो लिख दी लेकिन बनने वाली सम्पर्क मार्ग लागत राशि को हटाकर अब भी अनेको आशंकाओ की पट्टी चस्पा कर दी।
स्थानीय लोगो का कहना है कि संस्था की ये कार्यशैली कही न कही काली सड़क का कमीशन वाला कारनामें की तरफ इंगित करती है जो निष्पक्ष जांच में ही स्पष्ट हो पाएगा ।
सनद रहे कि इस लिंक मार्ग को लेकर लोगो ने गुणवत्ताविहीन निर्माण सामग्री, भारीकमीशनखोरी, धांधली और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते जाँच की मांग की थी ।
रिपोर्ट- @राम मिश्रा