आम चुनाव से पहले अयोध्या पहुंच कर राम मंदिर निर्माण की मांग का समर्थन करने वाले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एक बार फिर अयोध्या जाएंगे।
बताया जा रहा है कि शिवसेना के सभी 18 लोकसभा सदस्यों के साथ संसद का आगामी सत्र शुरू होने से पहले 16 जून को उद्धव अयोध्या दौरे पर जाएंगे। उनके अयोध्या दौरे पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवल ने चुटकी ली है।
उन्होंने कहा है कि ठाकरे 10 बार भी अयोध्या जाएं, तो इससे राम मंदिर निर्माण में मदद नहीं मिलने वाली।
एनडीए में सहयोगी केंद्रीय मंत्री आठवले ने शनिवार को दूसरी सहयोगी पार्टी शिवसेना के ही अध्यक्ष पर चुटकी ले ली। उद्धव के अयोध्या दौरे की योजना पर आठवले ने कहा कि
अगर ठाकरे 10 बार अयोध्या जाएं तो भी राम मंदिर में कोई मदद तबतक नहीं मिलेगी, जबतक सर्वोच्च न्यायालय का फैसला नहीं आ जाता।
आठवले ने आगे कहा कि यदि उद्धव ठाकरे अपने नवनिर्वाचित सांसदों को अयोध्या घुमाना चाहते हैं, तो ठीक है। लेकिन इससे राम मंदिर निर्माण में किसी रूप में मदद नहीं मिलने वाली है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर तभी बनेगा, जब सर्वोच्च न्यायालय का इस मामले में फैसला आएगा। ठाकरे चाहे 10 बार भी अयोध्या जाएं तो भी कुछ नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर बहुत इच्छुक हैं कि राम मंदिर जल्द से जल्द बन जाए, लेकिन सभी को इस मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार करना होगा, जिससे राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होगा।
इधर, शिवसेना के नेताओं ने मुंबई में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया(ए) के अध्यक्ष रामदास आठवले के इस बयान पर प्रतिक्रिया देने से मना किया।
नेताओं का कहना था कि उचित समय आने पर टिप्पणी करेंगे। ठाकरे ने पिछले नवंबर में अपने अयोध्या दौरे के दौरान कहा था- पहले मंदिर, फिर सरकार।
चुनाव से पहले नवंबर में भाजपा और शिवसेना में संबंध बहुत ठीक नहीं थे। पीएम मोदी और अमित शाह ने शिवसेना के साथ सियासी समीकरण साधा और सीट बंटवारे के समझौते पर शिवसेना भाजपा के साथ आई।