मध्य प्रदेश के मंदसौर में मंगलवार को पुलिस फायरिंग में आंदोलन कर रहे 5 किसान मारे गए। शुक्रवार को राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान मंदसौर हिंसा के तीसरे दिन मीडिया के सामने आए और सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि वह दशहरा मैदान में कल 11 बजे से बैठेंगे। लोग वहां आएं और मुझसे अपनी चीजों पर चर्चा करें।
सीएम ने कहा कि वह राज्य में शांति के लिए उपवास रखेंगे। उन्होंने आगे कहा, “नकरात्मक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। कुछ लोगों ने युवाओं के हाथ में पत्थर पकड़ा दिए हैं। सीएम ने कहा कि लोकतंत्र में समस्या का समाधान चर्चा से हो सकता है। इससे पहले गुरुवार को शिवराज सिंह ने अपनी सरकार को किसानों की सरकार बताते हुए वीडियो संदेश जारी किया था।
वीडियो संदेश जारी करके शिवराज सिंह ने किसान आंदोलन के लिए असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि समस्या के समाधान के लिए मैं हमेशा मौजूद हूं। उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व राज्य को हिंसा की आग में झोंकना चाहते हैं। ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिवराज ने अपनी सरकार को किसानों की सरकार बताते हुए कहा कि जब तक मेरी सांस चलेगी मैं जनता और किसान के लिए काम करता रहूंगा।
बता दें कि करीब एक हफ्ते से मध्य प्रदेश के मंदसौर और देवास जिले समेत कई जगह पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि उनका कर्ज माफ किया जाए और उन्हें फसल की वाज़िब कीमत दी जाए। मंगलवार को आंदोलन कर रहे 5 किसानों की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी।
जिसके बाद से कई जगहों पर किसानों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए गाड़ियां फूंक दी। देवास और मंदसौर में 100 से ज्यादा गाड़ियों में आग लगा दी गई थी। शुक्रवार को मंदसौर में एक और घायल किसान के मारे जाने की खबर आ रही है। पुलिस फायरिंग में किसानों की मौत के बाद से विपक्षी पार्टियां शिवराज से इस्तीफा मांग रही हैं। गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुरुवार को मारे गए किसानों के परिवार से मुलाकात की थी।