नई दिल्ली- भ्रष्टाचार के मामले में फंसने और कथित तौर पर सीबीआई जांच में प्रताड़ित होने के बाद सुसाइड करने वाले कॉरपोरेट मामलों के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल के सुसाइड नोट में सीबीआई पर लगे आरोपों की जांच संयुक्त निदेशक के स्तर के अधिकारी करेंगे। इस बात की घोषणा सीबीआई ने गुरुवार को की। इस मामले में सख्त राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी सीबीआई निदेशक अनिल सिन्हा को 72 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।
बंसल ने अपने कथित सुसाइड नोट में सीबीआई के एक डीआईजी स्तर के अधिकारी और तीन अन्य अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार के आरोप में जुलाई महीने में उनकी गिरफ्तारी के बाद इन अधिकारियों ने उनकी पत्नी और बेटी को इस हद तक प्रताड़ित किया कि उन्होंने खुदकुशी कर ली।
क्या है मामला?
कॉर्पोरेट अफेयर्स के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल उनकी पत्नी सत्यबाला बंसल उनकी बेटी नेहा बंसल उनका बेटा योगेश बंसल चारों अब इस दुनिया में नहीं हैं ! चारो ने आत्म हत्या कर ली है।
बेटी और मां ने एक महीने पहले एक साथ आत्महत्या की थी तो पिता और पुत्र ने कल महीने बाद एक साथ अपनी इच्छा से मौत को गले लगा लिया। पत्नी के सुसाइड वाले कमरे में पति ने फांसी लगा ली और बहन के सुसाइड वाले कमरे में भाई फंदे से झूल गया।
पूरे परिवार के इस सामूहिक आत्महत्या की वजह बतायी गयी बीके बंसल की भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी। पत्नी और बेटी के सुसाइड के बाद जब बीके बंसल ने बेटे के साथ सुसाइड किया तो पांच सुसाइड नोट मिले। ये सुसाइड नोट बंसल भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रही सीबीआई को पूरे परिवार की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं।
बसंल का ये सुसाइड नोट हिन्दी और अंग्रेजी में लिखा हुआ है औऱ इस नोट के हर पेज पर बंसल ने अपने हस्ताक्षर किए हुए है और सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि बंसल ने अपने परिवार की आत्महत्या के लिए सीबीआई के एक डीआईजी एक लेडी डीएसपी और एक मोटे हवलदार को जिम्मेदार ठहराया है।
क्या है सुसाइड नोट में ?
बंसल का सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आपको बता दें बंसल को 16 जुलाई को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बंसल ने अपने नोट में लिखा कि सीबीआई उनकी पत्नी और बेटी को भी ‘टॉर्चर’ कर रही थी और ‘सीबीआई जांचकर्ता ने कहा था कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां भी मेरे नाम से कांपेंगी।’ उन्होंने लिखा, “डीआईजी (संजीव गौतम) ने कहा, ‘मैं अमित शाह का आदमी हूँ। मेरा कोई क्या बिगाड़ेगा। तेरी वाइफ और डॉटर का वो हाल करेंगे कि सुनने वाले भी काँप जाएंगे। ”
बंसल ने लिखा कि उनकी पत्नी को थप्पड़ मारे गए, नाख़ून चुभोए गए, गालियां दी गईं। अपने सुसाइड नोट में बीके बंसल ने लिखा है, ‘डीआईजी ने एक लेडी अफसर से कहा कि मां और बेटी को इतना टॉर्चर करना कि मरने लायक हो जाएं। मैंने डीआईजी से बहुत अपील की, लेकिन उसने कहा, तेरी पत्नी और बेटी को ज़िंदा लाश नहीं बना दिया तो मैं सीबीआई का डीआईजी नहीं।’ इसके अलावा एक हवलदार ने मेरी पत्नी के साथ बहुत गंदा व्यवहार और टॉर्चर किया, बहुत गंदी गालियां मेरी पत्नी और बेटी को दी। अगर मेरी ग़लती थी भी तो मेरी पत्नी और बेटी के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था।
बीके बंसल के बेटे ने भी अपने नोट में लिखा है, ‘मैं योगेश कुमार बंसल बहुत ही दुखी और मजबूरी की स्थिति में सुसाइड कर रहा हूं। मुझे इस सुसाइड के लिए मजबूर करने वाले सीबीआई के कुछ चुनिंदा अधिकारी हैं, जिन्होंने मुझे इस हद तक मानसिक रूप से परेशान किया। मेरी मां सत्या बाला बंसल एक बहुत ही विनम्र और धार्मिक महिला थी। मेरी बहन नेहा बंसल बहुत सीधी-सादी और दिल्ली यूनिवर्सिटी की गोल्ड मेडलिस्ट थी। उन दोनों पवित्र देवियों को भी इन्ही पांचों ने डायरेक्टली और इंडायरेक्टली इस हद तक टॉर्चर किया, इस हद तक सताया, इतना तड़पाया कि उन्हें सुसाइड करना पड़ा, वरना मेरी मम्मी और मेरी बहन नेहा तो सुसाइड के सख्त ख़िलाफ थे।
बंसल के बेटे ने आगे लिखा, भगवान से प्रार्थना करूंगा कि ऐसा किसी हंसते-खेलते परिवार के साथ न करना।’
दिल्ली पुलिस ने इस पूरे नोट को जांच के लिए सीबीआई मुख्यालय भेज दिया है। सीबीआई ने पूर्व डीजी के आरोपों पर एक अंतरविभागीय जांच कराने का फैसला लिया है।
सीबीआई इस मामले में टीवी स्टार अनुज सक्सेना के खिलाफ गैर जमानती वारंट लेने की तैयारी कर रही है। अनुज सक्सेना की कंपनी ने ही पूर्व डीजी बंसल को अपनी कंपनी के खिलाफ जांच ना होने देने के लिए रिश्वत दी थी।
सीबीआई को एनएचआरसी का नोटिस
इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने सीबीआई को एक नोटिस भेजा है और भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी एक शीर्ष अधिकारी और उनके पुत्र के कथित सुसाइड नोट में लगे आरोपों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तीन दिन में दाखिल करने को कहा। अधिकारी और उनके पुत्र ने एजेंसी के अधिकारियों पर परेशान करने का आरोप लगाया था।
आयोग ने गुरुवार को जारी किए गए एक बयान में इस मामले पर “गहरी पीड़ा और दुख” जताई. आयेग ने कहा, “हमने मीडिया में आई उन खबरों पर स्वत: संज्ञान लिया है कि भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच के दौरान सीबीआई के कुछ अधिकारियों द्वारा “मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित” किए जाने के कारण बंसल और उनके परिवार ने आत्महत्या कर ली। ”
बयान के अनुसार सीबीआई निदेशक को जारी किए गए नोटिस में लगाये गए आरोपों पर 72 घंटे के अंदर कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। Bansal Suicide Case [एजेंसी]