स्मोकिंग भारत में बीमारियों से होने वाली मौतों में सबसे बड़ी वजह होती है। स्मोकिंग की वजह से मरने वाले लोगों की संख्या के मामले में भारत दुनिया के शीर्ष चार देशों की लिस्ट में शुमार है। स्मोकिंग की वजह से कैंसर, हर्ट अटैक, अल्सर, ओस्टिओपोरोसिस, स्ट्रोक और एम्फीजिमा जैसी बीमारियां होती हैं।
तंबाकू स्मोकिंग से सबसे ज्यादा खतरा कैंसर होने का होता है। सिगरेट में पाए जाने वाले निकोटिन की लत लग जाने की वजह से इसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है। जब भी कोई इसे छोड़ने की कोशिश करता है तो उसे नींद में दिक्कत, मितली, चिड़चिड़ापन, बेचैनी और कॉन्संट्रेशन में दिक्कत जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं। ऐसे में स्मोकिंग छोड़ने के लिए आपको काउंसलर या फिर निकोटिन पैचेज, गम, इन्हेलेटर्स और माउथ स्प्रे आदि की मदद लेनी पड़ती है। स्मोकिंग छोड़ने और शरीर को विषाक्त तत्वों से मुक्त करने के लिए आप प्राकृतिक उपायों का भी सहारा ले सकते हैं।
हल्दी-अदरक रेसिपी
हल्दी और अदरक की मदद से आप स्मोकिंग तो छोड़ ही सकते हैं साथ ही साथ शरीर में इस वजह से एकत्रित विषाक्त तत्वों से भी आराम से छुटकारा पा सकते हैं। अदरक की जड़ों में मितली से निजात दिलाने की क्षमता होती है, जो स्मोकिंग छोड़ने के बाद सबसे ज्यादा परेशान करने वाले लक्षणों में से एक है।
हल्दी में कैंसररोधी तत्व भारी मात्रा में पाए जाते हैं। हल्दी एंटी-इन्फ्लेमेट्री, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-कैंसर और एंटी-टॉक्सिटी गुणों से भरपूर होता है। यह शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर कर तमाम बीमारियों के खतरों से बचाने में हमारी मदद करता है। इस रेसिपी में चौथा कंटेंट है प्याज का। प्याज में एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह फेफड़ों के कैंसर से बचाव करने में सक्षम होते हैं।
रेसिपी बनाने की विधि
हल्दी-अदरक रेसिपी बनाने के लिए आपको अदरक का एक छोटा सा टुकड़ा. 400 ग्राम कटा हुआ प्याज, दो चम्मच हल्दी, एक लीटर पानी और थोड़े से शहद की जरूरत पड़ती है। सबसे पहले पानी में अदरक और प्याज को मिलाकर उबाल लें। पानी में थोड़ा और अदरक मिलाएं और फिर हल्दी डाल दें। गैस की आंच कम कर दें और सामग्री को कुछ देर उबलने दें।
दिन में दो बार या फिर जब भी आप स्मोक करें, इस मिश्रण को पीना शुरू कर दें। इससे आपके फेफड़े साफ रहेंगे और आप स्मोकिंग के तमाम दुष्प्रभावों से बच जाएंगे।