प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे से एक दिन पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में गुरुवार को एक छात्रा से छेड़छाड़ के बाद से यहां छात्राओं में जबरदस्त आक्रोश का माहौल है।
आरोप है कि गुरुवार शाम छह बजे तीन युवाओं ने छात्रा से छेड़छाड़ और उत्पीड़न किया। पीड़िता की पहचान फाइन आर्ट्स प्रथम वर्ष की छात्रा के रूप में की गई। घटना के बाद छात्र-छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन जब विरोध-प्रदर्शन का असर नहीं हुआ तो छात्र वीसी के लॉज पहुंचे। मगर बीती रात विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। इससे बीएचयू परिसर जंग का मैदान बन गया। इस दौरान हवाई फायरिंग व आंसू गैस के गोले दागने के बाद हालात काबू में नहीं आए तो पुलिस ने पथराव भी किया।
घटना में दरोगा सहित दर्जनों छात्र घायल हुए हैं। ये जानकारी दैनिक जागरण के हवाले से है। वहीं सोशल मीडिया कुछ वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं जिनमें महिलाओं पर लाठीचार्ज किया गया। कुछ छात्राओं के सिर और पैर पर पट्टी भी बंधी है। वीडियो में एक छात्रा कहती नजर आ रही हैं कि फोर्स ने उन्हें बेरहमी से पीटा। हमें पैरों से भी कुचला गया। वहीं एक अन्य वीडियो में सुरक्षाकर्मी छात्राओं को खदेड़ते हुए नजर आ रहे हैं। भारी तनाव के बाद यूनिवर्सिटी को 2 अक्टूबर तक बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि द क्विंट की खबर के अनुसार विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने बताया कि गुरुवार (21 सितंबर) शाम करीब छह बजे बाइक सवार तीन युवाओं ने उनकी दोस्त को छेड़ा और कुर्ते के अंदर हाथ डालने की कोशिश की थी। जब आरोपियो के खिलाफ शिकायत की तो उलटे पीड़िता से ही सवाल पूछा गया और उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए गए।
जबकि छात्रा ने बताया था कि उसके साथ क्या हुआ है। खबर के अनुसार पीड़िता ने छात्रावास जाकर अन्य छात्राओं को घटना की जानकारी दी। जिसपर सभी छात्राओं ने बड़े पैमाने पर कुलपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की थी कि कुलपति आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और छात्राओं की सुरक्षा पुख्ता करें।