भोपाल – अंचल में शनिवार को आंधी, बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे कई मकानों की चद्दरें उड़ गईं और पेड़ धराशायी हो गए। मंडी में रखा गेहूं भीग गया। इधर आलीराजपुर के ग्राम पहाड़वा में बिजली गिरने से बहनें अनीता (17) और भूरी (9) पिता वेस्ता की मौत हो गई।
बड़वानी के खेतिया में जहां आंवले के आकार के ओले गिरे, वहीं मोरतलाई में करीब 200 ग्राम वजनी ओले गिरे। जिला मुख्यालय पर शनिवार सुबह लगभग आधा घंटा तेज बारिश हुई। खंडवा शहर और आसपास के क्षेत्र में दोपहर में बारिश हुई। इससे समर्थन मूल्य के खरीदी केंद्रों पर खुले में रखा गेहूं भीग गया। बुरहानपुर में शाम को आधे घंटे तेज बारिश हुई।
धार, शाजापुर और आगर में भी बारिश हुई। झाबुआ में आंधी से इलाके की बिजली बंद हो गई। रतलाम जिले में शाम को आंधी ने तबाही मचाई। शहरी क्षेत्र में धूलभरी हवाएं चलने से होर्डिंग्स, पेड़ धराशायी हो गए, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में मकानों के पतरे, कवेलू फूट गए। इस दौरान बिजली भी गुल रही।
उज्जैन में भी आंधी के साथ बूंदाबांदी हुई। बड़नगर में पांच हजार क्विंटल गेहूं भीग गया। देवास के कन्नौद, खातेगांव, बागली क्षेत्र में शनिवार को आंधी के साथ बारिश हुई। कई स्थानों पर समर्थन मूल्य पर खरीदा गया खुले में रखा गेहूं भीगने के समाचार हैं।
ओंकारेश्वर से सनावद आ रहे टेम्पो पर ग्राम थापना के समीप पेड़ गिर गया। हादसे में दो घायल हो गए। महेश्वर में सुबह आधा घंटा बारिश के साथ ओले गिरे। भीकनगांव में आंधी-बारिश हुई। बिस्टान में उपार्जन केंद्र पर किसानों का लगभग 15-20 ट्रॉली गेहूं भीग गया। भगवानपुरा थाना परिसर में पेड़ कार पर जा गिरा। समीप ही बन रहा आईटीआई का ढांचा भी गिर गया।
जबलपुर में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पर फिर खतरा मंडरा रहा है। शनिवार को मौसम ने एक बार फिर पलटी मारी, जिसके चलते विंध्य क्षेत्र में तेज आंधी के साथ बारिश और ओले गिरे। इसी तरह महाकोशल के कुछ जिलों में आंधी व हल्की बारिश की खबर है। बिगड़े मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
बुंदेलखंड और चंबल अंचल में शनिवार की दोपहर बाद आंधी के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ है। छतरपुर में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई, जबकि 6 से अधिक पशुओं की मौत हो गई। ग्राम मड़देवरा के खेरों निवासी हल्के भाई पुत्र सरियां यादव (25) भैंसों को चराने खेतों में गया था। तभी आकाशीय बिजली गिरने से वह बुरी तरह झुलस गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
छतरपुर में एक बार फिर बे-मौसम बारिश होने से शनिवार को खुले में रखा किसानों का 2 हजार क्विंटल अनाज बारिश में भीग गया। अचानक हुई बारिश से किसान का माल पानी में बहने लगा। पर्याप्त तिरपाल न होने से किसानों के सामने ही गेहूं गीला होता रहा। यही हाल छतरपुर के बड़ामलहरा में दिखाई दिया।