पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर है। इसके प्रभाव से केरल से दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के बीच एक ट्रफ बनी है। ओडिशा और छत्तीसगढ़ के ऊपर एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र बना है। वही स्काईमेट के मुताबिक तापमान में वृद्धि के साथ ही प्री-मॉनसून गतिविधियां शुरू हो गई हैं। जिस कारण मध्यभारत के विभिन्न इलाकों में तपमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया है। स्काईमेट के अनुसार मध्यप्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा में 18 मार्च से हल्की बरसात की संभावना है।
वहीं 19 मार्च से पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य महाराष्ट्र में गरज के साथ बौछारें गिर सकते हैं। जबकि प्री-मॉनसून की गतिविधियां 21 से 23 मार्च के बीच केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, झारखंड, ओडिशा और बिहार के कुछ इलाकों में गर्जना के साथ बारिश देखने को मिल सकती है। अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और लद्दाख में वर्षा और बर्फ गिर सकती है। वहीं अगले दो दिन अरुणाचल प्रदेश और असम के कई इलाकों में हल्की बरसात होने की संभावना है।
बता दें ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार,छत्तीसगढ़, झारखंड और पूर्वोतर भारत के भागों में होने वाली प्री-मॉनसून हलचल को काल बैसाखी या नॉर्वेस्टर कहते हैं।