सोमवार को 50 वां बर्थ-डे मना रहे एक्टर शाहरुख खान ने भी देश के माहौल को लेकर चिंता जाहिर की है। एक चैनल के टाउनहॉल प्राेग्राम में सवाल-जवाब के दौरान शाहरुख ने कहा, ”देश में इन्टॉलरेंस बढ़ रहा है। अगर मुझे कहा जाता है कि तो एक सिम्बॉलिक गेस्चर (प्रतीकात्मक कदम) के तहत मैं भी अवॉर्ड लौटा सकता हूं। देश में तेजी से कट्टरता बढ़ी है।
शाहरुख ने और क्या कहा?
> अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक, शाहरुख अपने बर्थडे पर इंडिया टुडे के राजदीप सरदेसाई के साथ चैनल और ट्विटर पर टाउनहॉल कर रहे हैं।
> इसी दौरान शाहरुख ने कहा, ”भारत में कोई देशभक्त सेकुलरिज्म के खिलाफ जाकर सबसे बड़ी गलती करता है।
> शाहरुख ने कहा- हां, सिम्बॉलिक गेस्चर के तौर पर मैं भी (अवॉर्ड) लौटा दूंगा। मुझे भी लगता है कि इन्टॉलरेंस बढ़ रहा है। देश में बेहद ज्यादा इन्टॉलरेंस का माहौल है।
> उनसे भारत में बतौर मुस्लिम उनकी जिंदगी पर सवाल पूछा गया। इस पर शाहरुख ने कहा- कोई भी मेरी देशभक्ति पर सवाल नहीं उठा सकता। कोई ऐसी हिम्मत नहीं कर सकता।
शाहरुख का बयान किस संदर्भ में है, इन्टॉलरेंस पर अब तक किसने लौटाए अवॉर्ड, क्या दिए गए बयान?
> गोमांस रखने के शक पर दादरी में एक शख्स की हत्या और कन्नड़ लेखक कलबुर्गी के मर्डर के बाद अवॉर्ड वापसी की शुरुआत हुई।
> 40 से ज्यादा लेखकों ने साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाए हैं।
> 13 इतिहासकार और कुछ वैज्ञानिकों ने भी राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए हैं।
> दिबाकर बनर्जी जैसे 10 फिल्मकारों ने नेशनल अवॉर्ड लौटाए हैं।
> एक दिन पहले ही जानीमानी अभिनेत्री शबाना आजमी ने कहा था- देश में इन्टॉलरेंस बढ़ रहा है। हम सभी को सिम्बॉलिक गेस्चर के तौर पर अवॉर्ड लौटाने चाहिए।
> इतिहासकार इरफान हबीब ने तो यह तक बयान दे दिया कि इस्लामिक स्टेट और आरएसएस में ज्यादा फर्क नहीं है।
> इन सभी का आरोप है कि देश में असहिष्णुता बढ़ रही है। मोदी सरकार कुछ नहीं कर रही। पीएम भी चुप्पी साधे हुए हैं।
> गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई मंत्रियों ने कहा है कि दादरी केस और कलबुर्गी की हत्या जैसे मामलों के लिए सीधे पीएम पर सवाल उठाना सही नहीं है।
> उधर, कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी और वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी सोमवार को इसी मुद्दे पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करने जा रहे हैं। वे मोदी सरकार के शासन में देश में बढ़ रहे असुरक्षा के माहौल का मुद्दा उठाएंगे।
>वहीं, मोदी ने सोमवार को बिहार के पूर्णिया में चुनावी रैली में कहा कि सिख विरोधी दंगे कराने वाली कांग्रेस आज टॉलरेंस की बात कर रही है।