नई दिल्ली: आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए साझा उम्मीदवार का चयन करने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा शुक्रवार को बुलाई गई बैठक में 17 विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने हिस्सा लिया। दोपहर भोज पर आयोजित इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही उनकी पार्टी के नरेश अग्रवाल तथा रामगोपाल यादव ने हिस्सा लिया।
इनके अलावा, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की कनिमोझी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के डी.राजा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सीतराम येचुरी तथा नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उमर अब्दुल्ला भी बैठक में मौजूद थे।
बैठक में जनता दल (सेक्युलर), केरल कांग्रेस, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) तथा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
इस बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी हिस्सा लिया। बता दें कि देश के मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल आगामी 14 जुलाई को समाप्त हो रहा है। लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूसरे कार्यकाल के लिए भी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का नाम आगे बढ़ाया था। वहीं विपक्षी दलों में कुछ दलों ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। फिलहाल विपक्ष गोपाल कृष्ण गांधी, शरद यादव और मीरा कुमार के नाम पर ज्यादा जोर दे रहा है।
@एजेंसी