दुनियाभर में कई अजीबोगरीब चीज़ें और जगहें देखने को मिल जाएंगीं। हर जगह आपको कुछ न कुछ नया और अनोखा देखने को मिल ही जाता है। कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं जिन पर भरोसा करना मुश्किल हो जाता है। आज हम आपको जिस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं उस पर भरोसा करना आपके जिए थोड़ा मुश्किल होगा। थाइलैंड में एक मंदिर को बीयर की खाली बोतलों से बनाया गया है। इस मंदिर को लेकर लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिल रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे उनकी भावनाएं आहत हुईं हैं वहीं कुछ लोग बीयर की बोतलों से बने इस मंदिर को देखकर हैरान हो जाते हैं। तो चलिए जानते हैं इस मंदिर के बारे में और भी दिलचस्प और हैरान कर देने वाली बातें।
मंदिर निर्माण की योजना
80 के दशक के मध्य में एक बौद्ध भिक्षु के मन में बीयर की खाली बोतलों से मंदिर निर्माण का विचार आया था। उसने देखा कि उसके दोस्त बीयर की खाली बोतलों से अपना घर सजाते हैं, बस यहीं से उसे इस मंदिर को बनाने का विचार आया। लोगों को भी ये आइडिया खूब पसंद आया और उन्होंने ये मंदिर बनाने के लिए बड़ी तादाद में खाली बीयर की बोतलों का दान करना शुरु कर दिया। तब भिक्षु के पास पर्याप्त बोतलें हो गईं तो उसने मंदिर निर्माण का कार्य शुरु कर दिया।
अनगिनत बोतलों से बना है ये मंदिर
इस बौद्ध भिक्षु ने अलग-अलग आकार और ब्रांड की करोड़ों बोतलों को इकट्ठा किया और उसके बाद उसने इन बोतलों से मंदिर का निर्माण करने के बारे में सोचा। भिक्षु की मेहनत और उसका अनोखा आइडिया रंग लाया और आज ये अनोखा मंदिर पर्यटकों के बीच खूब प्रसिद्ध है।
सब कुछ बोतलों से बना है
इस मंदिर में सब कुछ बीयर की खाली बोतलों से बनाया गया है। मंदिर में शीशे भी बीयर की बोतलों के कांच से ही बनाए गए हैं। ये काफी अद्भुत हैं। इस मंदिर को बेहद आश्चर्यजनक तरीके से बनाया गया है। मंदिर को देखकर आप भी इसे बनाने वाले आर्किटेक्ट की तारीफ किए बिना नहीं रह पाएंगें। इस अनोखे मंदिर में बाथरूम से लेकर मरघट तक, सब कुछ बीयर की खाली बोतलों से बना है।
बुद्ध की मूर्तियां
इस मंदिर में बुद्धा की दो विशाल मूर्तियां भी हैं। इन मूर्तियों को खाली बोतलों से नहीं बल्कि सुनहरे रंग के मोज़ेक कांच ये बनाया गया है। इस मंदिर में आपको बुद्धा की एक मोटी मूर्ति भी मिलेगी जिसे आमतौर पर आप बुदाई के नाम से जानते हैं। अनुपयोगी और खराब चीज़ों का पुर्नजीविकरण करने का ये नायाब तरीका है। आपका इस बारे में क्यार कहना है, नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में हमे जरूर बताएं।