मध्य प्रदेश विधानसभा के 2018 के चुनावी अखाड़े में अपनी नैया पार लगाने के लिए बीजेपी ने टिकट फॉर्मूला तय कर लिया है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट एक नवंबर को आ सकती है साथ ही टिकट बंटवारे में पांच मंत्रियों समेत 60 विधायकों के टिकट कट सकते हैं। इतना ही नहीं कुछ सांसदों को भी विधानसभा के अखाड़े में उतारने की तैयारी है।
टिकट की आस लगाए बीजेपी के दावेदारों का इंतजार जल्द ही खत्म हो जाएगा। बीजेपी ने टिकट बंटवारे के लिए भोपाल में बैठकर होमवर्क पूरा कर लिया है अब इंतजार दिल्ली की मुहर का है और उसके बाद उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी जाएगी।
जिन मंत्रियों के नाम कट सकते हैं उनमें, मंत्री माया सिंह, सूर्यप्रकाश मीणा, कुसुम मेहदेले, शरद जैन, हर्ष सिंह का नाम शामिल है। जयभान सिंह पवैया और पारस जैन के नाम पर भी संशय बरकरार है।
इसके अलावा पार्टी कुछ और अहम बदलाव करने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद भी बुधनी के अलावा हुजूर या गोविंदपुरा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
– मौजूदा मंत्रियों को उनके सीट बदलने को लेकर हाईकमान का इनकार।
– पांच मौजूदा सांसदों को भी विधानसभा लड़ाने की तैयारी।
– संपतिया उइके, रोडमल नागर, ज्ञान सिंह, अनूप मिश्रा, मनोहर ऊंटवाल, फग्गन सिंह को मिल सकता है टिकट।
– साथ ही 70 पार नेताओं को भी पार्टी टिकट दे सकती है।
टिकट क्राइटेरिया को लेकर इन खुलासों के तुरंत बाद ही 70 प्लस के फॉर्मूले के चलते कभी अपनी कुर्सी गंवाने वाले सरताज सिंह अपनी दावेदारी ठोकने प्रदेश कार्यालय पहुंच गए।
सरताज सिंह की मानें तो वो चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। 70 पार का फॉर्मूला न पहले कभी था न अब होगा।
टिकट बंटवारे के फॉर्मूले पर बीजेपी के अंदरखाने से निकली ये खबर इतना तो साफ करती है कि बीजेपी के लिए टिकट बंटवारे का क्राइटेरिया सिर्फ और सिर्फ जीत है।
अब देखना ये है कि आखिर बीजेपी की ये प्लानिंग आखिर कितनी कारगर साबित होती है।