बालाघाट: कान्हा नेशनल पार्क के बफर जोन में एक बाघ का फंदा लगाकर शिकार किया गया है। बम्हनी खापा रेंज में एक दो साल का बाघ 26 जनवरी को मृत अवस्था मिला है। जिसका 27 जनवरी की सुबह पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। डॉ.संदीप अग्रवाल ने बताया है कि बम्हनी खापा बफर एरिया में मृत मिले बाघ का फंदा लगाकर शिकार किया गया है। मौके से गाड़ी के क्लच वायर से तैयार फंदा मिला है। जिसे मौके से जब्त किया गया है।
कान्हा नेशनल पार्क के बफर में काफी दिनों बाद इस तरह बाघ के शिकार का मामला सामने आया है। शिकार की इस घटना ने पार्क प्रबंधन की भी चिंता बढ़ा दी है। जनवरी माह में कान्हा से लगे इलाके बाघ के शिकार की यह पहली घटना है। यहां वन विभाग की टीम ने पंचनामा कार्रवाई कर बाघ के शिकार के निशान तलाशने शुरू कर दिए हैं। डॉग स्क्वायड की मदद से वन विभाग की टीम शिकारियों पतासाजी कर रही है।
बाघ शिकार के बाद मौके से भाग गए शिकारी
बाघ शिकार मामले में सभी अंग मिलने से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शिकारियों ने किसी छोटे वन्य प्राणी के शिकार के लिए फंदा लगाया होगा,लेकिन बाघ के फंदे में फंसकर मरने से शिकारी भाग गए। बाघ के अंग गायब नहीं मिले हैं खापा रेंज में मृत मिले बाघ के अंग गायब नहीं हुए हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अन्य वन्य प्राणी के शिकार के लिए लगाए गए फंदे में फंसकर वह मरा है। फिलहाल पोस्टमार्टम कराकर विधिवत अंतिम संस्कार कर दिया गया है। शिकारियों की तलाश की जा रही है।- नरेश सिंह यादव, डिप्टी डायरेक्टर कान्हा नेशनल पार्क