नई दिल्ली : तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन लंबा खिंच सकता है। दरअसल, किसानों के आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। शनिवार को चक्का जाम से जुड़े एक सवाल के जवाब में राकेश टिैकत ने कहा कि हम यहां से नहीं उठने वाले हैं। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन आगामी 2 अक्टूबर तक चलेगा।
कहीं नहीं जाने वाले : एक सवाल के जवाब में भाकियू नेता राकेश ने टिकैत ने कहा कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के रद होने तक हम कहीं नहीं जाने वाले। उन्होंने कहा कि हम इस गाजीपुर बॉर्डर पर आगामी अक्टूबर तक डटे रहेंगे, मांग पूरी होने तक। गौरतलब है कि पिछले दिनों राकेश टिकैत ने आंदोलन लंबा चलाने का एक फॉर्मूला दिया था, जिससे इसे लंबा खींचा जा सके। किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रदर्शनकारी किसानों से कहा था कि प्रत्येक गांव से एक ट्रैक्टर, 15 आदमी और 10 दिन के फॉर्मूले पर काम करो, फिर आंदोलन चाहे 70 साल चले, कोई दिक्कत नहीं है।
गौरतलब है कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश के हजारों किसान 2 महीने से भी अधिक समय से गाजीपुर बॉर्डर पर जमाए हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कमान संभाले हुए हैं। राकेश टिकैत ने यह भी कहा है कि किसान संगठन केंद्र सरकार से बात करने के लिए हमेशा तैयार हैं, लेकिन सरकार बात ही नहीं कर रही। इसी के साथ राकेश टिकैत ने कहा है कि यदि गांव के लोग आंदोलन के लिए कमर कस लें, तो हर गांव के 15 आदमी 10 दिन तक आंदोलन स्थल पर रहेंगे और उसके बाद 15 लोगों का दूसरा जत्था आ जाएगा। इस दौरान बाकी किसान अपने घर पर काम भी कर सकेंगे।